सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

जानें काशी में ही क्यों मनाई जाती है देव दिवाली

मनीष गौतम रीवा  जानें काशी में ही क्यों मनाई जाती है देव दिवाली 1/5इस वजह काशी में धूमधाम से मनाए जाने की है देव दिवाली की परंपरा कार्तिक पूर्णिमा का सनातन धर्म में विशेष महत्व है। इस दिन देवता स्वर्ग लोक से उतरकर दीपदान करने पृथ्वी पर आते हैं, इसलिए इस दिन को देव दीपावली के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व दिवाली के 15 दिन बाद कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। धर्म नगर काशी में इस दिन गंगा स्नान, पूजन, हवन और दीपदान का कार्यक्रम किया जाता है। पूरी काशी को रौशनी से सजाया जाता है और घाटों को दीप जलाकर जगमगाया जाता है। इस सुंदर नजारे को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग काशी आती हैं और इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आ रहे हैं। लेकिन आखिर काशी में ही क्यों मनाया जाता है देव दीपावली का त्योहार आइए जानते हैं…. 2/5देव दीपावली की पहली मान्यता काशी में देव दीपावली मनाने के पीछे एक पौराणिक कथा है। कथा के अनुसार, भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र कार्तिकेय ने तारकासुर का वध करके देवताओं को स्वर्ग वापस लौटाया था। तारकासुर के वध के बाद उसके तीनों पुत्रों ...

मनीष गौतम रीवा  *MP में अगले साल खुलेंगे स्कूल,  आदेश जारी..* 🔥 *भोपाल : बड़ी खबर अपडेट*

  मनीष गौतम रीवा  *MP में अगले साल खुलेंगे स्कूल,  आदेश जारी..* 🔥 *भोपाल : बड़ी खबर अपडेट* मध्यप्रदेश में मार्च से बंद हुए स्कूल फिलहाल आगे भी नहीं खुलेंगे, जी हां कक्षा 1 से 8वीं तक के स्कूल 31 दिसंबर तक बंद रखने के निर्देश जारी किए गए हैं, इस संबंध में शनिवार को स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया और कहा की दिसंबर में भी स्कूल बंद रखे जाएंगे, इससे पहले विभाग ने 30 नवंबर तक स्कूल बंद रखने के निर्देश जारी किए थे, स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शनिवार को जारी आदेश के मुताबिक कक्षा 1 से 8वीं तक के स्कूल 31 दिसंबर तक बंद रहेंगे, पूर्व में दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुरूप डिजिटल मोड में कक्षाएं जारी रहेंगी, वहीं कक्षा 9 से लेकर 12वीं तक की कक्षाओं के लिए विद्यार्थियों के लिए डाउट क्लियर करने के लिए नियमित स्कूल खुले रहेंगे, लेकिन इस दौरान स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या अधिक नहीं होनी चाहिए, ताकि निर्देशों का पालन किया जा सके,  विद्यार्थी माता-पिता की सहमति से स्कूल जाएंगे, वहीं समय- समय पर जारी विभागीय आदेशानुसार ऑनलाइन अध्यापन की गतिविधियां जारी रहेंगी, कोरोना के बढ़ते सं...

कार्तिक पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण का साया, इस तरह अवसर का उठाएं लाभ

मनीष गौतम रीवा  कार्तिक पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण का साया, इस तरह अवसर का उठाएं लाभ    1/7कार्तिक पूर्णिमा के दिन करें ये काम, मिलेगा महालक्ष्मी का आशीर्वाद इस साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण पड़ने जा रहा है, हालांकि यह केवल उपछाया चंद्रग्रहण है और यह भारत में नहीं देखा जा सकेगा। लेकिन ज्योतिष शास्त्र में पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण लगने से इसका महत्व और भी बढ़ गया है। पूर्णिमा की अधिष्ठात्री देवी महालक्ष्मी हैं और इस दिन दान-पुण्य का फल कई जन्मों तक प्राप्त होता है। इस पूरे मास में भगवान विष्णु और महालक्ष्मी की पूजा करने का विधान है। क्योंकि इसी दिन भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार लिया था। चंद्रग्रहण वृषभ राशि में लगने जा रहा है, जो शुक्र की राशि है और शुक्र भौतिक सुख-सुविधाओं के कारक ग्रह हैं। ऐसे में कार्तिक पूर्णिमा के दिन किए जाने वाले छोटे-छोटे उपाय आपके जीवन में समृद्धि और सुख ला सकते हैं… 2/7इससे मां लक्ष्मी होती हैं प्रसन्न कार्तिक पूर्णिमा के दिन सुबह पूरे घर की साफ-सफाई करें और मुख्य द्वार की चौखट पर हल्दी का पानी डालें। इसके बाद मुख्य द्वार पर दोनों तरफ हल...

*१२ साल बाद मकर राशि में गुरु ग्रह, इन ३ राशि वालों पर जमकर बरसेगा पैसा*

मनीष गौतम रीवा  *१२ साल बाद मकर राशि में गुरु ग्रह, इन ३ राशि वालों पर जमकर बरसेगा पैसा* बृहस्पति देव १२ साल बाद अपनी नीच की राशि मकर में प्रवेश कर गये है, गुरु ने शुक्रवार २० नवंबर को ही मकर राशि में प्रवेश किया है ज्योतिषाचार्य के अनुसार कुंडली में बृहस्पति के बिगड़ने से शिक्षा में रुकावट, सोना गुम होना, पड़ोसियों से मतभेद और गुरु के न मिलने की दिक्कतें आती हैं, गुरु में अकेले कुंडली के ८ बाकी ग्रहों को कमजोर करने की ताकत होती है, हालांकि गुरु का ये गोचर कन्या, वृश्चिक और मीन राशि के जातकों के लिए धन की बरसात जैसा माना जा रहा है, जानते हैं बारह राशियों का फल कथन......... *१:-मेष राशि:-*  मेष राशि के जातकों के लिए गुरु का यह गोचर उनके दसवें घर मे हो रहा है, करियर और व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े मेष राशि के जातकों को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, स्वास्थ्य के लिहाज से आपके लिए कोई बड़ी समस्या नहीं है, इस अवधि के दौरान पारिवारिक जीवन संतोषजनक रहने वाला है और आपके सभी रिश्तों में शांति और सद्भाव बना रहेगा.! *२:- वृषभ राशि:-* वृषभ राशि के जातकों के लिए गुरु का यह गोचर उनके ...

*सीधी के भाजपा नेता और एक कथित महिला के बीच प्रेम प्रसंग का ऑडियो हुआ वायरल,

  मनीष गौतम की कलम से *सीधी के भाजपा नेता और एक कथित महिला के बीच प्रेम प्रसंग का ऑडियो हुआ वायरल, जिसकी पुष्टि मीडिया के सामने खुद BJP नेता और महिला ने की..* सीधी जिले के भाजपा जिला अध्यक्ष और एक महिला के बीच फोन पर हुई वार्तालाप का ऑडियो इस समय सोशल मीडिया में खूब गुलजार (वायरल) हो रहा है, व सुर्खिया बाटोर रहा है...  वही ऑडियो वायरल होते ही जिले भर के तामम पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं में खलबली सी मच गई है, BJP नेता और महिला से हुई बातचीत का ऑडियो 25 मिनट से भी अधिक का है,  जिसमें विवाहित महिला अपने ही पति और ससुर से प्रताड़ित होने का आरोप लगाते हुये तालक लेने की बात कह रही है, सोशल मीडिया में वायरयल हुए  ऑडियो की सत्यता की पुष्टि खुद महिला और BJP नेता ने की है, लेकिन अब नेता जी ऑडियो वायरल करने के पीछे राजनीतिक षड्यंत्र भी बता रहे है,  *आखिर कौन से वो चेहरे है जो महिला को ढाल बनाकर सियासत कि रोटी सेकने का काम किया, पुलिस जांच से पता लग पाएगा...* आखिर क्या है पूरा मामला....  सीधी जिले के BJP जिला अध्यक्ष इंद्रशरण सिंह चौहान और एक सीधी कि ही कथित महिला, दो...

आज देवउठनी एकादशी के दिन जाग गए हैं भगवान विष्णु, अब शुरू होंगे मंगल कार्य

मनीष गौतम रीवा  आज देवउठनी एकादशी के दिन जाग गए हैं भगवान विष्णु, अब शुरू होंगे मंगल कार्य देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु चार महीने के विश्राम के बाद जागते हैं देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु चार महीने के विश्राम के बाद जागते हैं। कहते है कि इस दिन भगवान विष्णु ने शंखासुर नामक राक्षस का वध किया था उसके बाद आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी को भगवान विष्णु ने क्षीर सागर में शेषनाग की शय्या पर शयन किया था और चार महीने की योग निद्रा त्यागने के बाद भगवान विष्णु देवउठनी एकादशी के दिन जागते है। भगवान विष्णु के जागने के बाद उनके भक्त उनकी प्रिय तुलसी उनको अर्पित करते हैं और इसी दिन भगवान विष्णु शालिग्राम के रुप में तुलसी के साथ विवाह भी करते है। आइए जानते है कि देवउठनी एकादशी के दिन 4 माह बाद उठकर भगवान विष्णु संसार की नैया को कैसे पार लगाते है। भगवान विष्णु देवउठनी एकादशी से खुद को लोक कल्याण संबंधी कार्यों के लिए समर्पित कर देते हैं देवउठनी एकादशी के दिन जगत के पालनकर्ता भगवान विष्णु योग निद्रा से बाहर आते हैं और खुद को लोक के कल्याण संबंधी कार्यों के लिए समर्पित कर देते हैं। भगवान विष्ण...

*💥अब बारात में सिर्फ 50 लोग हो सकेंगे शामिल, रात 10 बजे तक संपन्न करना होगा शादी का कार्यक्रम*

मनीष गौतम रीवा  *💥अब बारात में सिर्फ 50 लोग हो सकेंगे शामिल, रात 10 बजे तक संपन्न करना होगा शादी का कार्यक्रम*   भोपाल प्रशासन ने जारी की नई गाइडलाइन शादी समारोह के लिए 📌 नई गाइडलाइन के तहत अब एक बार फिर से प्रशासन ने शादी में शामिल होने वाले व्यक्तियों की संख्या में कमी कर दी है। इसके मुताबिक 50 व्यक्तियों को छूट दी गई है। वहीं शादी संबंधी कार्यक्रम को 10:00 बजे तक ही संपन्न करने की बात कही गई है। 📌 इतना ही नहीं शादी में 10:00 बजे के बाद भी 30 व्यक्तियों को रहने की अनुमति नई गाइडलाइन के मुताबिक दी गई है लेकिन इसके लिए एसडीएम (SDM) को पहले से सूचित करना होगा। इसके साथ ही नाइट कर्फ्यू के चलते शादियों के आमंत्रण पत्र पर अतिथियों के आगमन के समय को भी सीमित कर दिया गया है जहां आगमन रात 10 बजे तक कर दिया गया है।