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पितृपक्ष में इन कामों से बचे नहीं तो पितृ हो जाएंगे नाराज

 पितृपक्ष में इन कामों से बचे नहीं तो पितृ हो जाएंगे नाराज डा. मनीष गौतम पितृ पक्ष को श्राद्ध पक्ष के नाम से भी जाना जाता है. भाद्रपद पूर्णिमा से पितृपक्ष शुरू हो जाता है जो 16 दिनों तक आश्विन अमावस्या के दिन तक चलता है. इस साल पितृ पक्ष  की शुरुआत 29 सितंबर, शुक्रवार से होने जा रही है और इसका समापन 14 अक्टूबर को होगा. पितृ पक्ष की अवधि में पूर्वजों के निमित्त पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध कर्म किए जाते हैं. धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है. जिससे वे प्रसन्न होते हैं. कहा जाता है कि पितरों के प्रसन्न होने से वंशजों का भी कल्याण होता है. पितर पक्ष को लेकर मान्यता है कि इस दौरान पितर कौवे के रूप में धरती पर पधारते हैं. इस दौरान कुछ काम करने की मनाही होती है. तो चलिए जानते हैं पितृ पक्ष में क्या नहीं करना चाहिए.  क्या नहीं करें पितृ पक्ष के दौरान 1. प्याज लहसुन- पितृ पक्ष के दौरान पिंडदान, तर्पण या श्राद्ध कर्म करते हैं. इसके अलावा अगर संभव हो सके तो इस दौरान लहसुन और प्याज का सेवन भी नहीं करना चाहिए.  2. मांस- पितृपक्ष के दौरान मांसाहारी ...

पितृ पक्ष में करें श्राद्ध :पितृ दोष लगने से जीवन परेशानियों से घिर जाएगा

 पितृ पक्ष में करें श्राद्ध एवं पिंडदान डा. मनीष गौतम पितृ दोष लगने से जीवन परेशानियों से घिर जाएगा हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, हमारी पिछली तीन पीढ़ियों की आत्माएं 'पितृ लोक' में रहती हैं, जिसे स्वर्ग और पृथ्वी के बीच का क्षेत्र कहा जाता है। इस क्षेत्र का नेतृत्व मृत्यु के देवता यम करते हैं। ऐसा माना जाता है जब ऐसा माना जाता है कि जब अगली पीढ़ी का कोई व्यक्ति मर जाता है, तो पहली पीढ़ी को भगवान के करीब लाते हुए स्वर्ग ले जाया जाता है। पितृलोक में केवल अंतिम तीन पीढ़ियों को ही श्राद्ध कर्म दिया जाता है। पितृ पक्ष या श्राद्ध/श्राद्ध, हिंदुओं द्वारा अपने पूर्वजों को याद करने के लिए 15 दिनों का एक अनुष्ठान है। पितृ पक्ष के दौरान, मृतक का सबसे बड़ा पुत्र पितृलोक (स्वर्ग और पृथ्वी के बीच का क्षेत्र) में रहने वाले पूर्वजों के लिए तर्पण करके श्राद्ध करता है। पितृ पक्ष या श्राद्ध भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दौरान शुरू होता है और 29 सितंबर, 2023 को शुरू होने वाला है। पितृ पक्ष 14 अक्टूबर, 2023 को कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि या सर्व पितृ अमावस्या पर समाप्त होगा। आइए ज...