Manish gautam rewa
*शिवराज सरकार के चौथे कार्यकाल के अंतिम बजट में सभी वर्गों को साधने का प्रयास*
*मप्र के बजट में लाड़ली बहना योजना के लिए 8000 करोड़, 12वीं में स्कूल में प्रथम आने वाली छात्रा को मिलेगी ई-स्कूटी*
*भोपाल ब्यूरो*। मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने अपने चौथे कार्यकाल के अंतिम बजट में सभी वर्गों को खुश करने की कोशिश की। बुधवार को मध्य प्रदेश विधानसभा में वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने 3,14,025 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तुत किया। इसमें महिला, किसान, युवा, एससी, एसटी और ओबीसी वर्गों के लिए बजट में विविध प्रविधान बढ़ाकर मिशन 2023 के लक्ष्य को साधने की कोशिश की गई। सोशल इंजीनियरिंग और सांस्कृतिक पुनरुत्थान के संदेश वाले इस बजट के जरिये सत्ता में वापसी का रोडमैप खींचा गया है।
सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के लिए आठ हजार करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया है। इसमें 23 से 60 वर्ष की पात्र विवाहित महिलाओं को एक हजार रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे। प्रदेश में दो करोड़ 60 लाख 23 हजार 733 महिला मतदाता हैं। महिलाओं के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं के बजट में सर्वाधिक 1,02,976 करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया है। 12वीं कक्षा में पूरे स्कूल में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा को ई-स्कूटी देने का वादा किया गया है।
जगदीश देवड़ा ने बजट भाषण की शुरुआत में ही यह साफ कर दिया कि सरकार कोई नया कर नहीं लगाने जा रही है। लाड़ली लक्ष्मी योजना में 44 लाख से अधिक बालिकाएं लाभान्वित हुई हैं। इसका बजट 929 करोड़ रुपये किया गया। सरकार ने मौजूदा बजट में भी हमेशा की तरह किसानों को अपनी प्राथमिकता में रखा है। ऋण माफी के इंतजार में बकायादार हो चुके किसानों को मुख्यधारा में लाने के लिए ब्याज माफी दी जाएगी।इसके लिए 350 करोड़ रुपये रखे गए हैं। प्रदेश में 2.74 करोड़ से अधिक 39 वर्ष तक के मतदाता हैं।
इन्हें ध्यान में रखते हुए बजट में रोजगार के अवसर बढ़ाने, रिक्त पदों पर भर्ती करने, ग्वालियर, जबलपुर,सागर और रीवा में कौशल विकास केंद्र प्रारंभ किए जाने की घोषणा की गई। पहली बार राज्य सरकार बच्चों, महिलाओं,दिव्यांगजनों, निराश्रितों तथा वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण के लिए संस्थागत व्यवस्था करने एक हजार करोड़ रुपये के सोशल इम्पेक्ट बांड जारी करेगी।विरासत में मिले सांस्कृतिक केंद्रों के कायाकल्प के लिए भी प्रविधान किए गए हैं। उज्जैन में श्री महाकाल महालोक के लोकार्पण के बाद धार्मिक पर्यटन बढ़ा है। इसी तरह ओंकारेश्वर में एकात्म धाम की स्थापना की जा रही है। सलकनपुर में श्री देवी महालोक, सागर में संत रविदास स्मारक, ओरछा में रामराजा लोक और चित्रकूट में दिव्य वनवासी राम लोक को श्रद्धापूर्ण स्वरूप दिया जाएगा। इसके लिए 358 करोड़ रुपये का प्रविधान रखा।
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