पितरों को करना हो प्रसन्न तो झट से लगा लें ये पौधे डॉ मनीष गौतम
पितृपक्ष में पूजा-पाठ ही नहीं ये पौधे भी देते हैं लाभ
सनातन धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है, मान्यता है कि इन दिनों अगर नियमपूर्वक पूजा कर ली जाए तो पितर प्रसन्न होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पूजा-पाठ के अलावा अगर आप पौधे लगा लें तो भी पितर प्रसन्न हो जाते हैं। जी हां मान्यता है कि इन विशेष पौधों को पितृ पक्ष के दौरान लगाना अत्यंत लाभकारी होता है। इसलिए इस बार पितरों को प्रसन्न करने के लिए ये पौधे जरूर लगाएं। ऐसा करने से जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिलती है और सुख-समृद्धि का वास होता है। तो आइए एस्ट्रॉलजर मनीष गौतम से जानते हैं कि ये पौधे कौन से हैं और ये कैसे लाभ देते हैं?
इसे लगाने से होता है विशेष लाभ
शास्त्रों में पीपल को विशेष फलदायी माना गया है। मान्यता है कि अगर पितृ पक्ष के दौरान घर में किसी पवित्र स्थान पर पीपल का पौधा लगा दिया जाए तो अधूरे पड़े कार्य पूरे होने लगते हैं। लेकिन अगर घर में इसे लगाने की जगह न हो तो इसे कहीं बाहर भी लगा सकते हैं। ध्यान रखें कि इस पौधे पर नियमित रूप से जल चढ़ाना और दीपक जलाना भी बेहद जरूरी है। ऐसा करने से पितरों की कृपा होती है और घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है।
इस पौधे को लगाने से भी होते हैं पितर प्रसन्न
यूं तो तुलसी का पौधा हर घर में होता है क्योंकि सनातन परंपरा के अनुसार यह पौधा घर में तरक्की लाता है। मान्यता है कि अगर मृतक के मुख में तुलसी दल रख दिया जाता है तो उसे स्वर्ग की प्राप्ति होती है। इसलिए यदि पितृ पक्ष में तुलसी का पौधा घर में लगाया जाए। साथ ही इसके ऊपर नियमितरूप से जल चढ़ाया जाए तो इससे पितर प्रसन्न होते हैं और उनके आशीर्वाद से जातक के जीवन की सारी दिक्कतें दूर हो जाती हैं।
पितृपक्ष में इस पौधे का भी है विशेष लाभ
यूं तो बेलपत्र भोलेनाथ को अत्यंत पसंद है और बेल पत्र चढ़ाने से शिवजी अत्यंत प्रसन्न होकर जातक को सुख-शांति का आशीर्वाद देते हैं। लेकिन पितृ पक्ष के दौरान अगर बेल का पौधा लगाया जाए तो शिवजी तो अत्यंत प्रसन्न होते ही हैं। साथ ही पूर्वजों की मुक्ति का मार्ग भी प्रशस्त होता है। इसलिए विद्वानजन पूर्वजों की कृपा प्राप्ति के लिए पितृपक्ष में बेल का पौधा लगाने के लिए कहते हैं।
शनिदेव के इस पौधे से भी मिलती है पूर्वजों की कृपा
वैसे तो शमी के पौधे को शनि देव का पौधा माना जाता है। कहते हैं कि इस पौधे को जहां भी लगाया जाए वहां से सारी नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है। इसलिए पितृ पक्ष के दौरान शमी का पौधा घर में जरूर लगाएं, इससे पितर प्रसन्न होते हैं। उनकी कृपा से अधूरे पड़े कार्य पूरे होने लगते हैं। तरक्की के नए रास्ते खुलते हैं।
ये पौधा दिलाता है पितरों को मुक्ति
बता दें कि बरगद का वृक्ष सबसे ज्यादा आयु तक चलने वाला वृक्ष है। मान्यता है कि यह आयु प्रदान करने वाला वृक्ष है। साथ ही यह मोक्ष का द्वार भी प्रशस्त करता है। यदि किसी का यह पता चले कि उनके पितर को मुक्ति नहीं मिली है तो उन्हें घर में बरगद का पौधा लगाना चाहिए और उसके पास बैठकर पितरों की मुक्ति के लिए प्रार्थना करनी चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से पितर प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा से जातक के जीवन की सारी तकलीफें दूर हो जाती हैं।
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