भानु सप्तमी? सूर्य देव की पूजा से बढ़ेगा धन, वंश और सुख पं. मनीष गौतम
जब किसी भी माह की सप्तमी तिथि रविवार के दिन होती है, तो उस दिन भानु सप्तमी (Bhanu Saptami) होती है. सप्तमी तिथि के स्वामी या अधिपति देव स्वयं भगवान सूर्य हैं. ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि 22 मई दिन रविवार को है, इसलिए भानु सप्तमी व्रत इस दिन रखा जाएगा. वैसे भी ज्येष्ठ माह में सूर्य देव की उपासना और रविवार व्रत रखने का महत्व है. इस माह में सूर्य देव के भानु स्वरूप की पूजा करते हैं. पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र के अनुसार, भानु सप्तमी का व्रत रखने और सूर्य देव की पूजा करने से दुख, रोग, पाप आदि नष्ट हो जाते हैं. सूर्य देव की कृपा से धन, धान्य, वंश और सुख में वृद्धि होती है. इस दिन सूर्य को जल देने से बुद्धि विवेक बढ़ता है, दान करने से माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है. भानु सप्तमी के पुण्य प्रभाव से पिता के साथ रिश्ता मजबूत होता है. आइए जानते हैं भानु सप्तमी की तिथि, पूजा मुहूर्त और इस दिन क्या करें.भानु सप्तमी 2022 पूजा मुहूर्त
भानु सप्तमी व्रत के दिन इंद्र योग सुबह से लेकर अगले दिन प्रात: 03:00 बजे तक है और धनिष्ठा नक्षत्र रात 10:47 बजे तक है. द्विपुष्कर योग प्रात: 05:27 बजे से लेकर दोपहर 12:59 बजे तक है. इंद्र योग, द्विपुष्कर योग और धनिष्ठा नक्षत्र शुभ एवं मांगलिक कार्यों के लिए उत्तम माने गए हैं. इस दिन राहुकाल शाम 05:26 बजे से शाम 07:09 बजे तक है.
ऐसे में आप 22 मई को प्रात: स्नान के बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें और सूर्य देव के भानु स्वरूप की पूजा करें. इस दिन आप चाहें तो भानु सप्तमी व्रत भी रख सकते हैं.
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