मनीष गौतम
_ब्रेकिंग् न्यूज इंटरनेशनल डेस्कः🔥_
*_•कनाडा-अमेरिका की गर्मी ने तोड़े रिकॉर्डः मृत मिले 100 करोड़ समुद्री जीव, पिघली मकान की दीवारें_*
🔺:-भारत सहित दुनिया के कई देश भीषण गर्मी का प्रकोप झेल रहे हैं। कनाडा-अमेरिका में गर्मी के सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं । तापमान में लगातार हो रही बढ़ोतरी लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। सर्द रहने वाले इलाकों में तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच चुका है जिससे आम लोग बेहाल हो गए हैं। पिछले हफ्ते ब्रिटिश कोलंबिया में तापमान का रिकॉर्ड तोड़ने वाली भयानक गर्मी को पश्चिमी कनाडा के समुद्री तटों पर 100 करोड़ से ज्यादा समुद्री जीवों के मरने के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है।
पांच दिनों की भयानक गर्मी का असर उत्तर-पश्चिमी अमेरिका में भी देखने को मिला। वैज्ञानिकों का कहना है कि तापमान इतना ज्यादा बढ़ गया कि ये समुद्र जीव उसे बर्दाश्त नहीं कर पाए और मारे गए। न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के मुताबिक गर्मी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सड़कों पर दरारें आ गई और घरों की दीवारें तक पिघल गईं। दो हफ्ते तक पड़ी भयानक गर्मी के चलते पश्चिमी अमेरिका और कनाडा के पास समुद्री तट पर करीब 100 करोड़ से ज्यादा समुद्री जीव मरे पाए गए। इस दौरान सैकड़ों लोगों की जान चली गई और सैकड़ों जंगल आग की चपेट में आ गए। समुद्री जीवन पर इस गर्मी का बेहद बुरा असर पड़ा है।
ब्रिटिश कोलंबिया यूनिवर्सिटी में जूलॉजी विभाग के प्रोफेसर क्रिस्टोफर हार्ले का मानना है कि रिकॉर्ड तोड़ गर्मी के चलते एक अरब से ज्यादा समुद्री प्रजातियां मर चुकी हैं। चट्टानी तटों की पारिस्थितिकी पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का अध्ययन करने के लिए उन्होंने वैंकूवर क्षेत्र में समुद्र तट पर टहलने के दौरान दावा किया कि वो पिछले दिनों मारे गए जीवों को तट पर सूंघ सकते हैं। हार्ले ने यहां तक कहा कि तट पर बहुत सारे खाली मसल्स सीप बिखरे हैं। जब हम समुद्र तट पर चलते हैं तो यह मरे हुए जानवरों पर टहलने जैसा
रिपोर्ट के मुताबिक घोंघे अपने सेल के भीतर सड़ रहे हैं और चट्टानों और पत्थरों के पास सूखे और मरे हुए सी स्टार देखे गए। हार्ले ने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर इन प्रजातियों के विलुप्त होने से पानी की गुणवत्ता पर एक अस्थायी असर पड़ेगा क्योंकि मसल्स और क्लैम समुद्र को फिल्टर करने का काम करते हैं। बता दें कि जून के आखिरी दो हफ्तों में कनाडा और उत्तर-पश्चिम अमेरिका का तापमान 49.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। ये गर्मी का एक नया रिकॉर्ड था जिसके चलते स्कूलों को बंद कर दिया गया था और कोरोना जांच केंद्रों पर भी ताला लग गया था।
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