*सीधी बस हादसे में मारे गए लोगों के घर पहुंचे सीएम शिवराज सिंह*
भोपाल,सीधी!सीधी जिले में मंगलवार सुबह यात्रियों से भरी बस सोन नदी पर बने बाणसागर बांध की मुख्य नहर में समा गई। बुधवार सुबह 4 और शव नहर से निकाले गए, इसके साथ ही मृतकों की संख्या 51 पहुंच गई है। प्रशासन के अनुसार अब कोई लापता नहीं है। सीएम शिवराज सिंह चौहान बस हादसे में मारे गए मृतकों के घर पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया।
*जागा आरटीओ उड़नदस्ता, अवैध ढंग से दौड़ रही दो बसों को किया जब्त*
सीधी में हुए दर्दनाक बस हादसे में 51 लोगों की मौत के बाद आरटीओ उड़नदस्ते ने बुधवार को यात्री बसों की तबाड़तोड़ चेकिंग शुरू कर दी। सुबह 10 बजे से सड़क पर बसों का चेकिंग अभियान शुरू किया गया। सुबह 11:30 बजे तक भोपाल, सीहोर, इंदौर मार्ग पर बिना फिटनेस, बीमा के दौड़ रही दो बसों को जब्त कर लिया है। शाम छह बजे तक लगातार रायसेन, विदिशा, होशंगाबाद रोड पर बसों का चेकिंग अभियान चलाया जाएगा। आरटीओ उडनदस्ते की कार्रवाई निरंतर जारी है।
बता दें कि प्रदेश भर में मोटर व्हीकल एक्ट का पालन नहीं करते हुए कई बसों का संचालन हो रहा है। कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन में कई बस मालिकों ने बसों की फिटनेस जांच नहीं कराई, न बीमा रिन्युअल कराया है। लेकिन आरटीओ ने एक साल से कोई बड़ा चेकिंग अभियान चलाकर यात्री बसों पर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की। अब सीधी हादसे के बाद आरटीओ उड़नदस्ते को चेकिंग अभियान चलाने की याद आई है। हादसे के बाद भोपाल सहित प्रदेश भर के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) व जिला परिवहन अधिकारी (डीटीओ) पर सवाल उठने लगे हैं। इंटरनेट मीडिया पर लोग सवाल कर रहे हैं कि जिम्मेदार अधिकारियों को हादसों के बाद ही बसों व अन्य वाहनों के चेकिंग अभियान की याद क्यों आती हैं? यदि समय-समय पर सख्ती के साथ चेकिंग अभियान चलें तो ओवर लोडिंग, बिना फिटनेस, बीमा, परमिट के वाहन सड़कों पर चलें ही नहीं। इससे हादसों पर अंकुश लगेगा।
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