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*'दृश्यम' की तरह प्रेमिका की हत्या:सतना में डेंटिस्ट ने गला घोंटकर असिस्टेंट की हत्या की, कुत्ते के साथ युवती का शव दफनाया; शादी का बना रही थी दबाव*

मनीष गौतम रीवा 



 *'दृश्यम' की तरह प्रेमिका की 

 में डेंटिस्ट ने गला घोंटकर असिस्टेंट की हत्या की, कुत्ते के साथ युवती का शव दफनाया; शादी का बना रही थी दबाव*


*मास्क पहने हुए आरोपी डॉक्टर। दूसरे फोटो में विभा केवट।*


सतना-डॉक्टर ने सोचा था, नमक से युवती का शव गल जाएगा, ऊपर कुत्ते को दफनाया ताकि खुदाई होने पर प्रेमिका का सुराग नहीं मिले

सतना में फिल्म दृश्यम जैसा मामला सामने आया है। डेंटिस्ट ने अपनी असिस्टेंट की हत्या की। क्लीनिक के पास ही उसे दफना दिया। किसी को शक न हो, इसलिए उसके ऊपर कुत्ते को दफन कर दिया। युवती के माता-पिता को डेंटिस्ट झांसा देता रहा कि उसकी नौकरी कहीं और लग गई है। वह कुछ दिनों बाद लौट आएगी। बेटी से जब संपर्क नहीं हुआ तो परिजन ने थाने में गुमशुदगी दर्ज करा दी। पुलिस ने युवती की काल डिटेल निकाली तो उसकी आखिरी लोकेशन क्लीनिक के पास ही मिली। सख्ती करने पर डॉक्टर ने सच उगल दिया। पुलिस के मुताबिक विभा केवट (24) एलएलबी की छात्रा थी, वह मल्लाहन टोला धवारी में रहती थी। वहीं आशुतोष कन्या धवारी स्कूल के शिक्षक का बेटा है, वह शिवराजपुर का मूल निवासी है। यहां एमपीईबी कॉलोनी में रहता है।


विभा शहर में कलेक्टोरेट भवन के पास फैमिली दंत चिकित्सालय में डॉ. आशुतोष त्रिपाठी की क्लीनिक पर असिस्टेंट का काम करती थी। वह 14 दिसंबर 2020 से लापता थी। उसकी हत्या डेंटिस्ट डॉ. आशुतोष त्रिपाठी ने ही की थी। डॉक्टर ने पहले उसे प्रेम जाल में फंसाया, फिर उसका शारीरिक शोषण भी करने लगा। युवती उससे बार-बार शादी करने के लिए कह रही थी। लेकिन त्रिपाठी शादी नहीं करना चाहता था। दबाव बढ़ने पर उसने युवती को मारने की साजिश रची। एक दिन मौका पाकर त्रिपाठी ने युवती का गला दबाकर हत्या कर दी।


*डेढ़ महीने तक झांसा देता रहा, नौकरी कहां लगी नहीं बताया*


14 दिसंबर 2020 को युवती लापता हो गई। परिजनाें ने बेटी को फोन किया। कॉल नहीं लगा। डाॅक्टर से पूछताछ की तो उसने कहा -आपकी बेटी की नौकरी लग गई है। नौकरी कहां लगी, इसकी जानकारी नहीं दी। त्रिपाठी करीब डेढ़ महीने तक झांसा देता रहा। बेटी से बात नहीं होने पर निराश होकर परिजन सिटी कोतवाली पहुंचे। यहां 1 फरवरी को बेटी की गुमशुदगी दर्ज कराई।


*क्लीनिक के पास इसी गड्‌ढे में दफनाया था युवती का शव।*


*कॉल डिटेल से खुलासा*


पुलिस ने विभा की कॉल डिटेल निकाली तो आखिरी कॉल डॉ. आशुतोष त्रिपाठी के ही मोबाइल पर मिली। इस पर पुलिस ने आशुतोष को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पहले तो आरोपी बरगलाता रहा, लेकिन सख्ती करने पर उसने जुर्म कबूल लिया। उसने पुलिस को बताया कि 14 दिसंबर को ही विभा की हत्या कर दी थी। आरोपी ने बताया कि लाश को ठिकाने लगाने के लिए वारदात के बाद शव क्लीनिक के ही पास सुलभ शौचालय के बाजू में गड्‌ढा खुदवाकर दफन कर दी। शनिवार को CSP विजय प्रताप सिंह और टीआई कोतवाली अर्चना द्विवेदी जवानों के साथ मौके पर पहुंचे। यहां गड्‌ढा खुदवाकर लाश बरामद की।


*गला दबा कर मारा, कुत्ते के साथ दफनाया*

पुलिस ने बताया, आरोपी ने असिस्टेंट की हत्या उसके ही दुपट्टे से गला घोंट कर की थी। उसे डर था कि दुर्गंध के कारण लोगों को घटना का पता ना चल जाए। दो दिन तक आरोपी ने शव को क्लीनिक में रखा रहा। सच छिपाने के लिए उसने एक मरे हुए कुत्ते का भी इंतजाम किया। इसके बाद मजदूरों की मदद से गड्‌ढा खुदवाया। नमक की बोरियां मंगवाईं। इसके बाद शव को दफना दिया। उसके ऊपर मिट्‌टी डाली। इसके बाद मरे हुए कुत्ते को भी दफनाया, ताकि दुर्गंध आने पर अगर कोई देखने पहुंचे, तो उसे युवती का शव होने का संदेह न हो।

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