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114 एकड़ तालाब में भारी अतिक्रमण प्रशासनिक अधिकारी मौन

 अतीत गौतम मनगवां 


114 एकड़ तालाब में भारी अतिक्रमण प्रशासनिक अधिकारी मौन



जमीन पर भू माफियाओं की पैनी नज़र -* 


 *मध्य प्रदेश सरकार  का आदेश भी  हुआ बेअसर ,कलेक्टर रीवा भी  नहीं खाली करा पाए  114 एकड़ का मलकपुर तालाब मनगवां* --


 *मनगवां के इतिहास में सेंगर राजवंश----------------* 

 *रानी मलकावती ने बनवाया 114 एकड़ का मलकपुर तालाब -------* 

कुछ ही दिन पूर्व  भोथी गांव में 8 एकड़ का तालाब था जिसमें हरिजन आदिवासियों द्वारा अवैध रूप से अतिक्रमण किया गया था जिसमें मनगवां एसडीएम एके सिंह द्वारा भारी पुलिस बल के साथ तालाब को अतिक्रमण मुक्त किया गया परंतु जहां पर एसडीएम साहब बैठते हैं उसी जमीन नंबर पर मलकपुर तालाब के चारों ओर अतिक्रमणकारियों द्वारा भारी मात्रा में मलकपुर तालाब को अतिक्रमण किया गया है इतना ही नहीं कुछ दिनों पूर्व शासकीय आईटीआई मनगवां की जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया तहसीलदार मनगवां दीपिका पाव के द्वारा जेसीबी जप्त कर चालान किया गया था परंतु जमीन को खाली कराकर संस्था को वापस नहीं किया गया *आखिर क्यों* प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा किसी भी तरह की मलकपुर तालाब को अतिक्रमण मुक्त करने की कार्यवाही नहीं की जाती *आखिर क्यों ?-* 


 नगर परिषद मनगवां लंबे समय से इतिहास रचता रहा है यहां पर बड़े-बड़े दिग्गज राजनेता नेता व समाजसेवी होते रहे यहां का इतिहास सेंगर राजवंशों से शुरू होता है

पुरातन काल की कहावत है **काहे मान मनगवां जाईहैं ,काहे मलकपुर रोटी खाईहै----* 

कुछ समय से मनगवा नगर परिषद क्षेत्र में पता नहीं किसकी गिद्ध दृष्टि लगी हुई है कि मनगवां क्षेत्र के गतिविधियों को देखकर ऐसा लगता है कि जैसे की मनगवां के इतिहास के अस्तित्व को समाप्त करने की बहुत बड़ी साजिश चल रही है 

नगर परिषद मनगवां द्वारा  सेगरी नदी को विषाक्त बनाकर नाले का रूप दे दिया गया मनगवां नगर से होकर गुजरने वाला नाला जिसमें मनगवां नगर का मल मूत्र केमिकल गंदगी तमाम विषैला पदार्थ नाले के माध्यम से ले जाकर सेगरी नदी में समाहित कर दिया गया अब सेगरी नाला के नाम से जाना जाएगा

मध्य प्रदेश सरकार द्वारा अभियान चलाया गया था की गांव गांव में जितने भी जलाशय हैं चाहे वह नदी हो या तालाब हो कुआं हो उसके रखरखाव में जनभागीदारी के माध्यम से उसकी सुरक्षा सौंदर्यता  एवं साफ सफाई की व्यवस्था की जाएगी और इसी अभियान के तहत विगत वर्ष मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के माध्यम से एवं जन सहयोग से मनगवां में भी नदी अभियान चलाया गया था यह संगरी नदी वही नदी है जहां पर मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के छात्र एवं मेंटर्स मिलकर 1 महीने लगातार साफ सफाई व खुदाई का काम किए थे आज उसी नदी में नगर मैं बहने वाला नाला नदी में जोड़कर नदी को अस्तित्व विहीन किया गया एवं वहां पर जलाशय को विषाक्त बनाने का घिनौना कार्य नगर परिषद मनगवां द्वारा किया गया l वैसे भी नदी के चारों तरफ लोगों द्वारा अतिक्रमण कर नदी को अस्तित्व विहीन बनाने का षड्यंत्र चल ही रहा था कि नगर परिषद नाला जोड़कर नदी को नाले के रूप में परिवर्तित करने का कार्य किया है l 

 *आखिर नगर परिषद मनगवां मे चुने हुए जनप्रतिनिधि क्यों नहीं विकसित करना चाहते मलकपुर तालाब मनगवां को-------* 

 *नियम कानून को ताक में रखकर नगर परिषद मनगवां द्वारा प्रधानमंत्री आवास मलकपुर तालाब में क्यों आवंटित किया गया-----* 

मध्यप्रदेश शासन मलकपुर तालाब जो मनगवां के इतिहास का प्रमुख हिस्सा रहा है आज लोगों के षड्यंत्र एवं अतिक्रमण के चलते अपने अस्तित्व को खोता जा रहा है जहां पर कभी बड़ा जलाशय  हुआ करता था हजारों मवेशी वहां पर पानी पिया करते थे पूरा मनगवां नगर वहां का जल उपयोग करता था एवं मलकपुर तालाब अपने विशालता के लिए जाना जाता था परंतु लोगों की गिद्ध दृष्टि ने अतिक्रमण की चपेट में लेकर तालाब को भी अस्तित्व विहीन बना दिया एक तरफ बड़ी-बड़ी सरकारी बिल्डिंग बन गई है तो दूसरी तरफ मनगवां नगर के लोगों द्वारा बड़े-बड़े मकान बनाकर अतिक्रमण किया गया है मलकपुर तालाब में ही  प्रधानमंत्री आवास  भी  आवंटित करा दिया गया  जो कि नियम विरुद्ध  है नगर पंचायत मनगवां  कार्यालय के बगल में भारी मात्रा में  अतिक्रमण किया गया है  वहां से  गुजरते हुए  कभी भी प्रशासनिक अधिकारियों की नजर  उस अतिक्रमण पर नहीं पड़ती इस तरह के तमाम गतिविधियों पर अगर नजर डाली जाए तो ऐसा लगता है कि मनगवां नगर किसी साजिश का शिकार हो रहा है जब भी चुनाव आता है सभी पार्टी के नेता व पार्षद बड़े-बड़े नेता एवं राजनेता दम भरते रहे कि मलकपुर तालाब का अतिक्रमण हटाकर सुंदरीकरण करने का काम हमारी सरकार करेगी परंतु बड़े-बड़े दावे करने वाली सरकारें भी फिसड्डी निकली l

 *प्रशासक नगर परिषद एसडीएम ए के सिंह तहसील मनगवां* मामला मेरी जानकारी में है सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा कई बार संज्ञान में लाया गया परंतु ज्यादा काम होने की वजह से अतिक्रमण हटाने में विलंब हुआ है जल्दी ही मनगवां क्षेत्र का अतिक्रमण हटाकर विकास कार्य किया जाएगा

*रीवा जिला कलेक्टर इलैयाराजा टी से मनगवां वासियों की विनम्र अपील🙏--------*


 *क्या मनगवां का इतिहास यूं ही षड्यंत्र का शिकार हो जाएगा या कोई संगठन या सामाजिक जागरूकता लाने का काम होगा जिससे मनगवां का इतिहास कायम रहे-----*

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