मनीष गौतम रीवा
* रीवा से किसके सर सजेगा ताज कौन होगा मंत्री पद की रेस से बाहर*
*मुख्यमंत्री से मुलाकात
। मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में बड़ी सफलता हासिल करने वाली भाजपा सरकार की मुश्किलें एक बार और बढ़ गई है। भाजपा सरकार के लिए सबसे बड़ी राहत उपचुनाव में स्थायित्व की सौगात जरुर है लेकिन अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा के लिए सबसे बड़ी समस्या मंत्रिमंडल का विस्तार बन गया है। सिंधिया सर्मथको को मंत्रिमंडल में एडजेस्ट करने की बाध्यता के बीच अपनों को मनाने की जिम्मेदारी अलग से बढ़ गई है। बहरहाल इन दिनों मिलने जुलने का दौर दीपावली विशेष बन गया है। इसी बीच विंध्य प्रदेश की सियासत में गर्माहट सुर्खियां बटोर रही है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से रीवा जिले के वरिष्ठ भाजपा विधायकों की मुलाकात के मायने राजनीति के पंडित निकालने लगे हैं। सिंधिया सर्मथको की लिस्ट में शुमार पूर्व मंत्री इमरती देवी के अलावा सभी प्रमुख उपचुनाव जीत गए हैं। विधायक तुलसी सिलावट जैसे मजबूत सर्मथको पर भी भाजपा सरकार और संगठन मंथन करने में लगा हुआ है। इधर रीवा जिले से वरिष्ठ भाजपा विधायकों में शुमार देवतालाब गिरीश गौतम, गुढ विधायक नागेंद्र सिंह, चुरहट विधायक शरतेंदु ने सीएम हाउस पहुंच कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को दीपावली पर्व की शुभकामना दी। दीपावली और उपचुनाव में मिली धमाकेदार जीत के बीच वरिष्ठ भाजपा विधायकों की मुलाकात को भाजपा सरकार के प्रस्तावित मंत्रिमंडल के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है।
*अनुपपुर जीत के सहारे फिर संजोए सपने, लगाया जोर*
मध्य प्रदेश की राजनीति में उपचुनाव होने के उपरांत भी सबकुछ सामान्य जैसा नजर नहीं आ रहा है। सिंधिया खेमे के चुनाव जीतने वाले सर्मथको ने प्रस्तावित मंत्रिमंडल विस्तार को काफी रोचक बना दिया है। जिसके कारण भाजपा विधायकों का कैरियर दांव पर लग गया है। संवैधानिक व्यवस्था के तहत मध्य प्रदेश कैबिनेट और केंद्रीय मंत्रिमंडल में पदों की संख्या पहले से तय की जाती है। उस निर्धारित आंकड़े से ज्यादा मंत्रिमंडल में विधायकों को शामिल नहीं किया जा सकता है। इधर एक बार फिर भाजपा सरकार में हिस्सेदारी के लिए विंध्य की ठंड पड़ी सियासत सरगर्म हो गई है। मध्य प्रदेश के अनुपपुर विधानसभा सीट में मिली भाजपा की जीत के सहारे पुनः विकास पुरुष मंत्रिमंडल में शामिल होने का सपना अपनी और अपने सर्मथको की आंखों में संजोए हैं। ज्ञात हो कि विंध्य क्षेत्र के रीवा जिले में विकास पुरुष की उपाधि से नवाजे गए पूर्व मंत्री और रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ल को भाजपा आलाकमान ने उपचुनाव के लिए अनुपपुर सीट के लिए प्रभारी नियुक्त किया था। इस चुनावी जीत का श्रेय लेते हुए पुनः विकास पुरुष ने भाजपा सरकार में मंत्री बनाए जाने के लिए मजबूत दावेदारी पेश कर दी है। वहीं विंध्य प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा विधायकों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा से मुलाकात करते हुए देवतालाब विधायक गिरीश गौतम की दावेदारी मंत्री पद के लिए पेश कर दी है।
*कैबिनेट में पांच पद, अब कैसे भाजपा बनाएगी तालमेल*
मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार के लिए उपचुनाव में बड़ी जीत दीपावली का सबसे बड़ा तोहफा है। इस जीत के उपरांत कैबिनेट विस्तार का मुद्दा सबसे अहम हो गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा के लिए सबसे बड़ा टेंशन मंत्रिमंडल विस्तार बन गया है। भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल में अब केवल पांच पद रिक्त बताए जाते हैं, ऐसे में चयन करना किसी के लिए आसान नहीं है। परस्पर तालमेल के साथ मध्य प्रदेश कैबिनेट विस्तार पर फैसला लिया जाना आवश्यक है। सिंधिया टीम में इमरती देवी के अलावा अन्य सभी उपचुनाव जीत गये हैं, उधर पूर्व मंत्री रामपाल सिंह, गौरीशंकर बिसेन, राजेंद्र शुक्ल, मेंदोला सहित अन्य विधायकों ने भी मंत्री बनने के लिए बराबर जोर लगा दिया है। सबसे रोचक और तनाव भरे हालात विंध्य प्रदेश के बने हुए हैं। यहां पर तीन पंचवर्षीय मंत्री पद की मलाई छानने वाले विकास पुरुष को बड़ा दावेदार उनके सर्मथक बता रहे हैं। जबकि मार्च 2020 में भारी विरोध दर्ज कराते हुए विकास को सरकार से बाहर रखने में सफल रहने वाले रीवा जिले के वरिष्ठ भाजपा गुढ नागेंद्र सिंह, देवतालाब विधायक गिरीश गौतम, चुरहट विधायक शरदेंदु तिवारी, मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल, सहित अन्य वरिष्ठ भाजपा विधायकों ने भी संयुक्त रुप से मोर्चा संभाल लिया है। मध्य प्रदेश की निगाहें भाजपा सरकार के होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार पर लगी हुई है।
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