मनीष गौतम रीवा
कार्तिक पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण का साया, इस तरह अवसर का उठाएं लाभ
1/7कार्तिक पूर्णिमा के दिन करें ये काम, मिलेगा महालक्ष्मी का आशीर्वाद
इस साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण पड़ने जा रहा है, हालांकि यह केवल उपछाया चंद्रग्रहण है और यह भारत में नहीं देखा जा सकेगा। लेकिन ज्योतिष शास्त्र में पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण लगने से इसका महत्व और भी बढ़ गया है। पूर्णिमा की अधिष्ठात्री देवी महालक्ष्मी हैं और इस दिन दान-पुण्य का फल कई जन्मों तक प्राप्त होता है। इस पूरे मास में भगवान विष्णु और महालक्ष्मी की पूजा करने का विधान है। क्योंकि इसी दिन भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार लिया था। चंद्रग्रहण वृषभ राशि में लगने जा रहा है, जो शुक्र की राशि है और शुक्र भौतिक सुख-सुविधाओं के कारक ग्रह हैं। ऐसे में कार्तिक पूर्णिमा के दिन किए जाने वाले छोटे-छोटे उपाय आपके जीवन में समृद्धि और सुख ला सकते हैं…
2/7इससे मां लक्ष्मी होती हैं प्रसन्न
कार्तिक पूर्णिमा के दिन सुबह पूरे घर की साफ-सफाई करें और मुख्य द्वार की चौखट पर हल्दी का पानी डालें। इसके बाद मुख्य द्वार पर दोनों तरफ हल्दी से स्वास्तिक बनाकर पूजा करें और रंगोली बनाएं। इसके साथ ही आम के पत्तों को तोरण भी लगाएं। ऐसा करने से देवी लक्ष्मी घर में प्रवेश करती हैं और अपनी कृपा घर-परिवार पर बनाए रखती हैं।
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3/7इनके नाम का करें दीपदान
कार्तिक पूर्णिमा के दिन दीपदान करने की प्रथा है इसलिए बहते पानी में दीपदान जरूर करें। अगर ऐसा संभव नहीं है तो शिवजी के मंदिर में शिवलिंग पर शहद, गंगाजल, कच्चा दूध और पानी चढ़ाएं। फिर देसी घी का 5 दीपक जलाएं और यह दीपक शिवपरिवार के नाम से जलाएं। इसके साथ ही पीपल के वृक्ष के नीच सुबह-शाम दीपक जलाना न भूलें। ऐसा करने से ग्रहदोष दूर होते हैं और घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
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4/7चंद्रमा को लगाएं इस चीज का भोग
कार्तिक पूर्णिमा के दिन उपछाया चंद्रग्रहण लग रहा है। अगर आपकी कुंडली में चंद्रमा प्रतिकूल स्थिति में है तो चावल, दही, दूध आदि सफेद चीजों का दान करें। क्योंकि यह सभी चीजें चंद्रमा का प्रतिनिधित्व करती हैं। ऐसा करने से चंद्रमा शुभ प्रभाव देता है और स्वास्थ्य व नेत्र उत्तम रहते हैं। वहीं शाम के समय चांद को गंगालजल अर्पित कर खीर, मिश्री व मखाने का भोग लगाएं।
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