मनीष गौतम रीवा
जानें छठ पूजा के किस दिन कब देना होगा सूर्यदेव का अर्घ्य
इस वर्ष छठ पूजा 20 नवंबर को है। इस दिन सूर्य भगवान की पूजा की जाती है और बच्चों के सुखी जीवन की कामना की जाती है। छठ पूजा को हर वर्ष शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को की जाती है। षष्ठी तिथि से पहले चतुर्थी तिथि पर नहाय खाय किया जाता है। यह छठ पूजा से 2 दिन पहले आता है। इसके बाद पंचमी पर लोहंडा और खरना किया जाता है। इसके बाद षष्ठी तिथि को छठ पूजा होती है जिसमें संध्या अर्घ सूर्य देव को अर्पित किया जाता है। फिर सप्तमी तिथि को सूर्योदय के समय उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। फिर व्रत की पारण किया जाता है। आइए जानते हैं छठ पूजा पर कब दें अर्घ्य।
पहला दिन- नहाय-खाय तिथि:
छठ पूजा कार्तिक शुक्ल चतुर्थी तिथि से शुरू होती है। यह छठ पूजा का पहला दिन है। इसे नहाय-खाय कहते हैं। इस दिन स्नान होता है। इस वर्ष नहाय-खाय बुधवार, 18 नवंबर को है। इस दिन सूर्योदय सुबह 06:46 पर और सूर्योदय शाम 05:26 पर होगा।
दूसरा दिन- लोहंडा और खरना:
यह छठ पूजा का दूसरा दिन है। यह कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को किया जाता है। इस वर्ष लोहंडा और खरना 19 नवंबर को है। इस दिन सूर्योदय सुबह 06:47 बजे पर सूर्योस्त शाम को 05:26 बजे पर होगा।
तीसरा दिन- छठ पूजा (सन्ध्या अर्घ्य):
यह इस उत्सव का मुख्य पर्व होता है। यह कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को किया जाता है। इस दिन छठ पूजा होती है। इस दिन शाम को सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। इस बार यह तिथि 20 नवंबर को है। इस दिन सूर्यादय 06:48 बजे पर और सूर्योस्त 05:26 बजे पर होगा। कहा जा रहा है कि छठ पूजा के लिए षष्ठी तिथि की शुरुआत 19 नवंबर को रात 09:59 बजे से होगा। यह 20 नवंबर को रात 09:29 बजे तक रहेगा।
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चौथा दिन- सूर्योदय अर्घ्य, पारण का दिन
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को छठ पूजा का अंतिम दिन होता है। इस दिन सूर्यदेव का अर्घ्य सूर्योदय के समय दिया जाता है। इसके बाद व्रत का पारण किया जाता है। यह 21 नवंबर को है। इस दिन सूर्योदय अर्घ्य तथा पारण का समय (सूर्योदय) सुबह 06:49 बजे तथा सूर्योस्त शाम को 05:25 बजे है।
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