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*अपनी ही सरकार के खिलाफ़ BJP विधायक को देना पड़ता है धरना; कहीं  CMO संतोष पांडेय कांग्रेस की नीतियों पर तो नहीं कर रहे कार्य  ?* -

*मुख्य नगरपालिका अधिकारी संतोष पांडेय से क्यों परेशान है विधायक मनगवां और विधायक मऊगंज* ?


 **अपनी ही सरकार के खिलाफ़ BJP विधायक को देना पड़ता है धरना; कहीं  CMO संतोष पांडेय कांग्रेस की नीतियों पर तो नहीं कर रहे कार्य  ?* -
रीवा। मऊगंज से भाजपा विधायक हमेशा चर्चाओं में रहते हैं।  और हर बार अपनी सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठ जाते हैं। मुद्दा होता है *"विकास"* .... सवाल ये उठता है कि क्या प्रदेश की भाजपा सरकार अपने ही विधायकों के विधानसभा क्षेत्रों में जनहित के कार्य नहीं कर पा रही है, जिसके चलते आए दिन विधायक को धरने पर बैठना पड़ता है, वही विधायक मनगवां आए दिन  परेशान रहते हैं  नगर परिषद मनगवां के क्रियाकलापों से  और नगर परिषद मनगवां के मुख्य नगरपालिका अधिकारी भी  संतोष पांडेय ही है  जिन्होंने जब से कार्यभार संभाला है  तब से विकास कार्य को पलीता लगा कर  ईमानदारी का चोला ओढ़े हुए हैं आम जनता  जब विधायक के पास  मुख्य नगरपालिका अधिकारी  संतोष पांडेय की शिकायत लेकर जाती है  और विधायक मनगवां ऊपर के अधिकारियों से बात करते हैं  कि इन्हें यहां से कहीं और  ट्रांसफर किया जाए विकास कार्य अवरुद्ध है  तो उसमें उच्चाधिकारियों द्वारा यह कह दिया जाता है  कि वह वरिष्ठ  सी एम ओ है  वर्तमान में हमारे विभाग में  सीएमओ के  पद खाली पड़े हैं कोई अधिकारी ही नहीं है संतोष पांडेय की मनमानी से परेशान दोनों विधायक मजबूर हैं जिसके कारण गुरुवार की रात एक बार फिर एक  घटनाक्रम सामने आया जब मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल अचानक जनसम्पर्क में निकल पडते है, और पहुचते है नगर परिषद मऊगंज के वार्ड क्रमांक 2 हरिजन वस्ती, जहां बिजली की समस्या सहित साफ सफाई की व्यवस्था ना होने पर धरने पर बैठ जाते है। एक तरफ प्रदेश की बीजेपी सरकार कह रही है कि शहर और गांव का पर्याप्त विकास हो रहा है कोई काम नहीं रुक रहे परंतु इस तरह के जिम्मेदार  मुख्य नगरपालिका अधिकारी  संतोष पांडेय की लापरवाही से परेशान आम जनमानस जब विधायक पास समय लेकर जाता है उस समय जन प्रतिनिधि का दायित्व होता है  की जनता की समस्या का समाधान करें यही वजह है कि  विधायक को अपनी सरकार के विरोध में धरने पर बैठना पड़ा, हालांकि इस धरने के बाद जो खबरें निकल कर आ रही है वो कुछ और ही है ?
         नगर निगम के सहायक शिक्षक रहे हरिमित्र श्रीवास्तव पर बीते कई महीनों से मऊगंज नगर परिषद में सीएमओ के प्रभार पर थे। संभागीय संयुक्त संचालक ने सितम्बर माह में आदेश जारी करते हुए हरिमित्र का प्रभार वापस लेते हुए नगर परिषद मनगवां के सीएमओ संतोष कुमार पाण्डेय को प्रभार दे दिया है। अपनी नियुक्तियों को लेकर हर समय चर्चा में रहने वाले हरिमित्र श्रीवास्तव के खिलाफ कई शिकायतें शासन स्तर पर भेजी गई थी। पूर्व में इन शिकायतों को दरकिनार करते हुए वे प्रभार लेने में सफल रहे थे। इन पर कूटरचना का भी आरोप रहा है। जिसके चलते हाईकोर्ट ने धोखाधड़ी करने और पदनाम परिवर्तन नियम विरुद्ध करा लेने की वजह से सख्त कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था। जिसके चलते पूर्व में नगर निगम ने उन्हें निलंबित कर दिया था। इतना ही नहीं उन पर एफआइआर दर्ज कराने और बर्खास्ती की प्रक्रिया के विकल्पों पर भी विचार करने के लिए शासन की ओर से निर्देशित किया गया था। निगम आयुक्त ने पहले तो निलंबित कर दिया लेकिन कुछ समय के बाद फिर से उन्हें बहाल कर दिया। इतना ही नहीं निगम में ही जनसंपर्क सहित अन्य कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के कार्य भी सौंप दिए थे। उस दौरान भी कई शिकायतें आई थी लेकिन इन पर कार्रवाई नहीं हुई। कुछ समय के बाद उन्होंने शहरी विकास अभिकरण में पदस्थापना करा ली। भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों के ऊपर दंडात्मक कार्यवाही होना उचित है और होना भी चाहिए परंतु इमानदारी का चोला ओढ़कर विकास कार्य ना करना सरकार की योजनाओं को पलीता लगाना कांग्रेश की तर्ज पर कार्य करना भ्रष्टाचार करना यह किसी भी मुख्य नगरपालिका अधिकारी को शोभा नहीं देता संतोष पाण्डेय  मुख्य नगरपालिका अधिकारी मनगवां और मऊगंज के द्वारा जब से कार्यभार संभाला गया है तब से एक भी विकास कार्य को गति नहीं प्रदान की गई है चारों तरफ ब्लैकआउट रहता है खंभों में बिजली नहीं मिलती रात को अंधेरा रहता है हैंड पंप प्राइवेट घरों में खोद दिए जाते हैं नदी में गंदी नालियों को जोड़कर जलाशय जहरीला बना दिया जाता है हैंड पंप के आसपास भारी गंदगी का आलम रहता है हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास का लाभ देने के लिए परेशान कर दिया जाता है पेंशन धारियों को पेंशन के लिए परेशान होना पड़ता है और यह केवल इसलिए होता है तो वह ईमानदारी का चोला ओढ़ कर भ्रष्टाचार मुक्त नगर परिषद बनाने के चक्कर में लोगों को परेशान करते रहते हैं  l
आखिर कर मनगवां विधायक परेशान होकर केवल अधिकारियों से बात करते रहे वही लोकप्रिय जन हितेषी विकास कार्यों की समीक्षा में लगे विधायक मऊगंज प्रदीप पटेल द्वारा आम जनता की समस्याओं को लेकर मुख्य नगरपालिका अधिकारी संतोष पाण्डेय के खिलाफ धरने में बैठना पड़ा जिससे मुख्य नगरपालिका अधिकारी के दलाल परेशान हैं  ?
                        *( एक पुरानी कहावत है रजाई ओढ़ कर घी पीना)*​


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