मनीष गौतम रीवा
*•नशे पर रोक क्यों नहीं, बढ़ रहा अपराध का ग्राफ*
*🔺:-रीवा।* शासन-प्रशासन में बैठे लोग शायद यही सोचते हैं कि सरकार चलाने के लिए शराब का कारोबार जरूरी है। अन्यथा सरकार चलाना मुश्किल हो जायेगा। यही कारण है कि बढ़ते अपराध के बावजूद इस कारोबार पर कोई लगाम नहीं है।
*•वैसे तो नशे का कारोबार तो जिले में भर में चल रहा है। लेकिन वर्तमान में गांवों में काफी*
जोर-शोर से यह कारोबार फल फूल रहा है। जिसकी गिरफ्त में 80 प्रतिशत युवा वर्ग आ चुका है।
हालांकि सरकार शराब आदि की बिक्री के लिये बाकायदे लाइसेंस जारी कर मान्यता प्रदान करती है लेकिन इसके अलावा कई गुना बिक्री अवैध तरीके से हो रही है। जिसका सीधा प्रभाव समाज पर पड़ रहा है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण देखा जा सकता है कि दिन प्रतिदिन अपराधों में बढ़ोत्तरी हो रही है। हत्या, राहजनी, लूट जैसे अपराध काफी बढ़े हैं। इसका सबसे बड़ा कारण नशा ही है।
*•शासन-प्रशासन की अपराध रोकने दिलचस्पी नहीं*
नशे के बढ़ते कारोबार के कारण अपराध में बढ़ोत्तरी की जानकारी शासन-प्रशासन को है फिर भी उसे रोकने का प्रयास नहीं किया जाता। इसका कारण यह है कि शासन-प्रशासन की समस्त सुख सुविधाओं का स्त्रोत नशा कारोबार से पूर्ण होता है।
यही कारण है कि सब कुछ जानते हुए भी कार्रवाई नहीं हो पाती है। जबकि आये दिन मीडिया के माध्यम से आमजन इस संबंध में शासन-प्रशासन का आगाह करते रहते हैं। इससे साबित होता है कि सरकार नहीं चाहती कि अपराध रुके।
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इस मंदिर में मौजूद है चमत्कारी मणि दर्शन मात्र से हो जाते हैं सारे कष्ट दूर शिवलिंग दिन में चार बार बदलती है अपना रंग
डा. मनीष गौतम देवतालाब इस मंदिर में मौजूद है चमत्कारी मणि दर्शन मात्र से हो जाते हैं सारे कष्ट दूर शिवलिंग दिन में चार बार बदलती है अपना रंग Devtalav temple: मध्यप्रदेश में रीवा जिले के देवतालाब में भगवान शिव जी का ऐतिहासिक मंदिर है। जिसमें हर समय श्रद्धालुयों की भारी भीड़ आती है। मां शारदा ज्योतिष केंद्र के ज्योतिषाचार्य डॉ मनीष गौतम महाराज ने बताया कि लाखों लोग देश-विदेश से भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं। लेकिन हर साल में सावन माह में तो श्रद्धालयों की भारी भीड़ जमा होती है। विश्व का इकलौता एक पत्थर का बना मंदिर देवतालाब मंदिर की मान्यता यह है कि इस मंदिर का निर्माण सिर्फ एक रात में हुआ था। ऐसा माना जाता है कि सुबह जब लोगों ने देखा तो यहां पर बहुत बड़ा मंदिर बना हुआ मिला था, लेकिन किसी ने इसको बनते हुआ नहीं देखा। कुछ जानकारों ने बताया कि मंदिर के साथ ही यहां पर अलौकिक शिवलिंग की स्थापना अपने आप हो गई थी। यह शिवलिंग बहुत ही रहस्यमयी है, जो दिन में चार बार अपना रंग बदलती है। एक ही पत्थर का बना हुआ विश्व का यह अद्भुत मंदिर सिर्फ देवतालाब में स्थित है क्या है मंदिर की कह...
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