मनीष गौतम रीवा
आस्था की शक्ति करोना वारियर्स को सलाम करता है करोना डरे नहीं लड़े
करोना वायरस में जिसने अपनी जान हथेली पर रखकर हमारी सुरक्षा की
• कोरोना वायरस से जब जीत जाना तो इनको मत भूल जाना!*
कोरोना वायरस* का आंतक एक तरफ और कोरोना वायरस से लड़ रहे इन लोगों कोरोनावायरस का योगदान एक तरफ. हम घर में बैठे हैं तो वहीं कुछ लोग हमारे लिए अपने अपने घरों को छोड़कर निकले हैं. कोरोना से युध्द करने के लिए. जब कोरोना को ये लोग हरा दें तो इनका एहसान मत भूल जाना.
लॅाकडाउन का असर समाज में जी रहे हर तबके पर पड़ा है. लेकिन समाज में कुछ लोग ऐसे हैं जिनका एहसान है भारतवासियों पर और भारत सरकार पर. उनका कर्ज अदा करना भी मुश्किल है. कोरोना वायरस से तो हम जीत जाएंगें बेशक जीत जाएंगे, लेकिन समाज में जी रहे इन मसीहाओं को कभी नहीं भूला जाना चाहिए. जब तक यह लोग हैं तब तक हमारा समाज कितना खूबसूरत है इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है. आइये देखते हैं कौन-कौन लोग हैं जिनका हर भारतवासी के ऊपर एहसान है आज के समय में हम कोरोना वॉरियर्स का जितना एहसान मानें उतना कम है
*•राशन वितरित करने वाले लोग*
भारत सरकार ने जब लॅाकडाउन का ऐलान किया तो दिहाड़ी मजदूर एंव गरीब तबका बेहद चिंतित हो उठा कि वह कैसे इतने दिनों तक बिना किसी आमदनी के गुज़ारा करेगा. सरकार ने राहत पैकेज का ऐलान तो बाद में किया.उससे पहले ही हर जिले और हर कस्बे से राशन एंव राहत सामग्री बाँटने की तस्वीरें आने लगी. चर्चा सबकी होती है लेकिन इन लोगों की चर्चा गायब है जो बिना किसी फायदे के समाज में रह रहे लोगों की मदद को आगे आए. ऐसे लोगों का एहसान कभी भी चुकता नहीं किया जा सकता जिन लोगों ने भुखमरी से कोई जान नहीं जाने दी. अगर ऐसे लोग सामने न आते तो स्थिति बेहद भयावह होती और भुखमरी की खबरें सुर्खियां बनती.
*•सुरक्षा संबधी उपकरण तैयार करने वाले लोग*
भारत में स्वास्थ्य विभाग के लोगों के लिए सुरक्षा उपकरण की काफी कमी थी. मगर भारत के अलग अलग हिस्सों से कुछ ऐसे नागरिक भी सामने आए जिन लोगों ने खुद से मास्क और सेनेटाइज़र तैयार किए और प्रशासन को मुहैया कराया. यह एक छोटी मदद ज़रूर हो सकती है लेकिन इस मुश्किल घड़ी में उनका यह कार्य भारत के लोगों पर एहसान ही है.
*•बैंककर्मी*
भारत के किसी भी नागरिक को किसी भी तरह से परेशानी न होने पाए पैसे की तंगी न हो इसके लिए बैंक वालों ने ऐसे मुश्किल वक्त में भी अपनी ड्यूटी निभाई, इनके योगदान को भी नहीं भूलना चाहिए.
*सफाईकर्मी*
लॅाकडाउन में जब सब अपने अपने घरों में हैं तो भी सफाईकर्मी अपनी ड्यूटी करते नज़र आ रहे हैं, उनके पास सुरक्षा के उपकरण भी उपलब्ध नहीं हैं मगर वह लोग भारत के हर शहर की हर गली-मोहल्लों को सेनेटाइज करते नज़र आ रहे हैं. उनकी जान को खतरा भी हो सकता है लेकिन वह भारत के लोगों के लिए जान जोखिम में डाले छिड़काव कर रहे हैं.
*•पुलिस प्रशासन*
पुलिस विभाग हमेशा से लोगों की नज़र में बुरा ही रहा है खूब धब्बे भी उछाले जाते हैं. लेकिन कोरोना वायरस से जंग में पुलिस महकमा का जो कार्य है उसे शब्दों में बयान करना बेहद मुश्किल है. कोरोना से युद्द में पुलिस प्रशासन का योगदान बेहद महत्वपूर्ण है. पुलिस जिस लगन और मेहनत से कार्य कर रही है उसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए वह कम ही है.
*•स्वास्थ विभाग*
स्वास्थ्य महकमें का छोटे से लेकर बड़ा कर्मचारी इस संकट की स्थिति में जिस तरह से लड़ रहा है और अपनी जान को खतरे में डाल कर भारतवासियों की सेवा कर रहा है, उसके इस एहसान को जीवन भर नहीं चुकाया जा सकता है. यही वह योद्धा हैं जिनकी भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है. इनका एहसान भारत के प्रत्येक नागरिक पर जीवन भर रहेगा.
*•राज्य सरकार एंव मीडिया*
भारत सरकार के साथ-साथ राज्य की सरकारों का कार्य इस वक्त बेहद अहम है उचित समय पर उचित फैसला लेना और उसे मीडिया के माध्यम से घर घर तक पहुँचाना और हर एक नागरिक को वायरस से बचने की जानकारी पहुँचाने का कार्य भी एक बहुत बड़ा कार्य है. कोरोना वायरस से लड़ने में हर किसी क्षेत्र की अपनी अपनी भूमिका है.
कोरोना वायरस से से लड़ने में इन सभी का योगदान अहम है और यह दर्शाता है कि पूरा भारत कैसे इस लड़ाई में एक साथ है. हर भारतवासी को यकीन है कि भारत जल्दी ही इस कोरोना वायरस को मात दे देगा, और भारत का हर नागरिक पर इन योद्धाओं का एहसान होगा. भारत का हर नागरिक इन योद्धाओं को सलाम करता है।
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