मनीष गौतम रीवा
*•बदवार पहाड़ पर सड़क मार्ग के लिए जिले की पहली सुरंग बनकर हो रही है तैयार*
*•मोहनिया पहाड मे बन रही ऐतिहासिक सुरंग लोगों के लिए कौतूहल बनी।*
*🔺:- रीवा* गुढ़ स्थिति ने० हा० 39 मोहनिया पहाड बदवार गांव वीरों की धरती कहलाती है। अंग्रेजों को दांतो तले अंगुली दबाने पर मजबूर करने वाले त्रिभुवन नाथ तिवारी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कि गांव से गुजर रही है ऐतिहासिक सुरंग जो बदवार, मोहनिया पहाड़ के बीचो बीच बनकर तैयार हो रही है मोहनिया के तरफ से आ रही सुरंग को जोड़ेगी
दिलीप बिल्डकॉन के कोऑर्डिनेटर सामन्यक धर्मेंद्र त्रिपाठी के बताए अनुसार सुरंग की लंबाई 5 किलोमीटर के लगभग यह 100 वर्ष के लिए बनाई गई है लेकिन हजारों वर्ष पुल और सुरंग चलती रहती इसमें जो दीवाल पर ब्रांडिंग की गई है वह 4 या 6 इंची कंक्रीट लेयर पर हो रही यह अंडे के आकार के समान बनकर तैयार होगी जनता के सेफ्टी के लिए दो सुरंग बनकर तैयार हो रही हैं अंदर अगर किसी प्रकार का जाम लगता है तो दूसरी वाली सुरंग से वाहन को बाहर निकाल दिया जाएगा कोऑर्डिनेटर त्रिपाठी जी का कहना है कि सुरंग में पारंगत और अनुभवी लेवर ही चाहिए स्थानीय मजदूर काम नहीं कर पाते हैं बदवार से चुरहट 25 कि० मी० दूरी को 15 कि० मी० दूरी कम हो जाएगी पहाड़ी के दुर्गम यात्रा को सुगम यात्रा में बदलकर दार्शनिक और मनोहारी नयनाभिराम सुरंग बनकर तैयार हो रही इसके साथ ही पर्यटक क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा स्थानीय युवकों को रोजगार के अवसर मुहैया होंगे लेकिन बद वार ग्राम पंचायत के सरपंच काशीनाथ का कहना है कि इन बड़ी-बड़ी सौगातो को देने वाले विकास पुरुष पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला की देन जिले की पहली सड़क मार्ग के लिए ऐतिहासिक सुरंग एशिया का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा प्लांट 750 मेगावाट स्टील पलांट अभी निर्मानाधीन है लेकिन बेरोजगार युवकों का कहना है कि आज भी बेरोजगारी जस की तस बनी हुई।
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