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पांच साल बाद भी नही मिल पाई  दुकानें व्यपारियो के पैसों का हुआ बंदरबांट

मनीष गौतम रीवा


पांच साल बाद भी नही मिल पाई  दुकानें व्यपारियो के पैसों का हुआ बंदरबांट*


कंपनी से 8 माह की मियादी थी। पांच साल बीत गए।


सब्जी व्यापारियों को देना होता है मालगाड़ी के 1800 रुपये टैक्स।


*रीवा*। शहर की बड़ी मंडीयों में सुमार करहिया मंडी में सब्जी व्यापारियों का खस्ता हाल है। सब्जी व्यापारियों का सामना खुले में बाहर रखे होने की वज़ह से चोरी हो जाता है। सब्जी व्यापारियों को अभी तक न दुकान उपलब्ध हो पाई है ।औऱ न ही मंडी में किसी भी प्रकार की सुविधा है। आलम यह है कि स्ट्रीक लाइट खराब पड़ी है। रात होते ही अधेरा हो जाता है। जिससे सब्जी व्यापारियों को काफ़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है।बारिश की वज़ह से लाखों का समान पानी मे खराब हो रहा है। जबकि  साल 2016 में देवी कन्ट्रक्सन कम्पनी को दुकान निर्माण के लिए टेंडर दिया गया था। जिसपर कंपनी ने आठ माह के अंदर दुकान बना कर सब्जी व्यापारियों को देने की बात कही थी।लिहाज़ा पांच साल बीतने को हैं दुकानदारों को अभी तक दुकान नही मिल पाई है। 


 देवी कन्ट्रक्सन कंपनी के नाम से 16करोड़ रुपये का ट्रेंडर हुआ था।जिसमे से 12 करोड़ रुपये दुकान निर्माण के लिए हैं। तथा 4 करोड़ रुपये ज़मीन के नाम से है।    जिसमे से अभी तक 10 करोड़ रुपये से ज्यादा सब्जी व्यापारी कम्पनी को जमा कर चुके हैं। बाबजूद इसके देवी कन्ट्रक्सन कंपनी अभी तक सब्जी व्यापारियों को उनकी दुकान उपलब्ध नही करा पाई है।अभी मंडी में कुल 344 दुकानें  बनी हैं। जिसमे से आधे से अधिक दुकानों का निर्माण होना बाक़ी है। मंडी सचिव औऱ ठेकेदार की मिलीभगत  की वज़ह से सब्जी व्यापारियों को उनकी दुकान नही मिल पाई है। सब्जी व्यापारियों ने बताया कि पांच साल पहले ही सभी सब्जी व्यापारियों से 75 प्रतिशत की राशी जमा करा दी लेक़िन कंपनी ने अभी तक दुकानें नही बना पाई है।
सब्जी व्यापारियों का कहना है कि पार्किंग टैक्स के नाम पर एक बार मे 1800 रुपये लिए जाते हैं। जिससे व्यापारी वर्ग में आक्रोश है।



 *ब्लॉक में  कुल दुकानें*


ए ब्लाक में 29 दुकानें
बी ब्लाक में28 दुकानें
सी ब्लाक में14 दुकानें
डी ब्लाक में 144 दुकानें
ई ब्लाक में 80 दुकानें
एफ ब्लाक में 20 दुकानें


*इनका कहना है।*
*सब्जी व्यापारी रोहित कहते हैं* दुकान के लिए पैसे दिए पांच साल हो गए आठ माह में दुकान निर्माण कर सौपने की बात कही गयी थी लेक़िन अभी तक दुकान नही मिली है। जिसमें बाहर रखा सामान चोरी हो जाता है।


*सब्जी व्यापारी राजू बताते हैं।* मंडी में बड़ी अव्यवस्था है न तो लाइट लगी है। न ही ठीक ढंग से सफाई की जाती है।
दुकान के लिए पैसे दिए पांच साल हो गए अभी भी हम अपनी दुकान का बाट जोह रहे हैं। 
ठेकेदार की लापरवाही की वज़ह से हम सभी सब्जी व्यापारी सामान बाहर रखनें को मजबूर हैं।


 


*मंडी सचिव विष्णु शुक्ला*।कहते हैं   पैसा नही था जिन लोगों ने दुकानें ली थी पैसा अब जमा करा रहें हैं।जल्द काम शुरू होगा अभी तक 333 लोगों ने दुकान ली है।


*वी डी कछवाह अध्यक्ष सब्जी मंडी समिति*, का कहना है काम को लेकर सचिव से बात हुई है उन्होंने इस माह काम पूरा करने का भरोसा दिलाया है। कहा है इस माह काम पूरा हो जाएगा।
दुकानें न होने की वज़ह से सब्जी व्यापारियों का नुकसान हो रहा है।


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