बुरे फंसे संस्कृत भाषा का मजाक उड़ाना पड़ा भारी, हाथ धोकर संदीप माहेश्वरी के पीछे पड़े लोग ट्विटर के जरिए लोग उनके संस्कृत भाषा को लेकर की गई टिप्पणी पर माफी मांगने के लिए कह रहे हैं. #क्षमा_मांगो_संदीप_माहेश्वरी पर 52 हजार से भी ज्यादा ट्वीट्स हो चुके हैं.
मनीष गौतम
बुरे फंसे संस्कृत भाषा का मजाक उड़ाना पड़ा भारी, हाथ धोकर संदीप माहेश्वरी के पीछे पड़े लोग
ट्विटर के जरिए लोग उनके संस्कृत भाषा को लेकर की गई टिप्पणी पर माफी मांगने के लिए कह रहे हैं. #क्षमा_मांगो_संदीप_माहेश्वरी पर 52 हजार से भी ज्यादा ट्वीट्स हो चुके हैं.
जाने-माने यूट्यूबर संदीप माहेश्वरी सोशल मीडिया पर काफी बुरी तरह से ट्रोल हो रहे हैं. बता दें कि संदीप ने एक वीडियो में संस्कृत भाषा का मजाक उड़ायाथा, जिसके बाद लोग भड़क गए और उनसे माफी मांगने की डिमांड कर रहे हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर आज सुबह से ही संदीप माहेश्वरी टॉप पर ट्रेंड कर रहे हैं. ट्विटर के जरिए लोग उनके संस्कृत भाषा को लेकर की गई टिप्पणी पर माफी मांगने के लिए कह रहे हैं. #क्षमा_मांगो_संदीप_माहेश्वरी पर 52 हजार से भी ज्यादा ट्वीट्स हो चुके हैं.
बता दें कि भारत की नई शिक्षा नीति में विश्व की सबसे पुरानी भाषा संस्कृत पर विशेष ध्यान दिया गया है. नई शिक्षा नीति में संस्कृत के साथ-साथ अन्य भारतीय भाषाओं को भी नए सिरे से शुरू कर इसे विस्तृत करने की योजना है. इतना ही नहीं संस्कृत भाषा को मेनस्ट्रीम भी किया जाएगा. लेकिन संदीप माहेश्वरी को भारत की नई शिक्षा नीति में संस्कृत पर ध्यान देने की बात पसंद नहीं आई. उन्होंने अपनी एक वीडियो में संस्कृत भाषा का बहुत मजाक उड़ाया, जिसकी वजह से लोग उनके बहुत नाराज हैं.
संदीप माहेश्वरी ने एक वीडियो में बच्चों से बातचीत करते हुए कहा, ''मुझे संस्कृत में किसी से बात ही नहीं करनी तो मैं इसे क्यों पढ़ूं. पहले जो भी किताबें संस्कृत में लिखी गई थीं, वो सभी आज के समय में हिंदी और इंग्लिश दोनों में उपलब्ध हैं. अगर मुझे संस्कृत का कुछ पढ़ना भी होगा तो मैं उसका हिंदी या इंग्लिश वर्जन पढ़ लूंगा. जबरदस्ती क्यों पढ़ा रहे हो? यहां एक काम हो सकता है, जो मेरा अपना विचार है. इसे खत्म कर दिया जाए ताकि एक बर्डन कम होगा. संदीप माहेश्वरी अपने वीडियो के अंत में बच्चों से बात करते वक्त संस्कृत का बहुत मजाक भी उड़ा रहे हैं.
संस्कृत का 'मजाक' बनाकर घिरे संदीप माहेश्वरी, ट्विटर यूजर्स कर रहे माफी मांगने की डिमांड
भारत की नई शिक्षा नीति (NEP) में संस्कृत और भारतीय भाषाओं पर जोर दिया गया है। इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ ट्रांसलेशन एंड इंटरप्रेटेशन (IITI) का गठन होगा। संस्कृत को 'मेनस्ट्रीम' करने की बात कही गई है और इसके तीन भाषाओं वाले फॉर्म्युले में एक भाषा के रूप में रखा गया है। मशहूर यूट्यूबर संदीप माहेश्वरी इस कदम के खिलाफ हैं। उन्होंने अपने चैनल पर जब कहा कि संस्कृत की इस जमाने में कोई जरूरत नहीं है तो सोशल मीडिया पर विरोध शुरू हो गया है। ट्विटर पर बकायदा ट्रेंड चलाकर माहेश्वरी से माफी मांगने को कहा जा रहा है। बुधवार को ट्विटर पर
#क्षमा_मांगो_संदीप_माहेश्वरी टॉप ट्रेंड्स में था।
संस्कृत पर क्या बोले थे संदीप माहेश्वरी?
अपने चैनल पर अपलोड एक विडियो में माहेश्वरी कहते हैं, "न मुझे संस्कृत में किसी से बात करनी है। क्योंकि संस्कृत में जो भी किताबें पहले लिखी गई हैं, वो हिंदी/इंग्लिश में कन्वर्ट हो चुकी हैं तो मैं हिंदी में पढ़ लूंगा या इंग्लिश में पढ़ लूंगा। जबर्दस्ती क्यों पढ़ा रहे हो? यहां पर एक आइडिया हो सकता है, जो मेरा विचार है। या तो इसको खत्म कर दिया जाए। इससे एक बोझ कम होगा। सोचो एक तरफ फ्रेंच पढ़ा रहे हो या संस्कृत पढ़ा रहे हो, ऊपर से जाके ट्यूशन भी लेनी पड़ रही है। ऊपर से उसका कोई यूज भी नहीं है। अपने मां-बाप को देखा है कभी संस्कृत में एक-दूसरे से बात करते हुए?" इसके बाद माहेश्वरी कुछ वाक्य बोलकर संस्कृत का 'मजाक' बनाते हैं।
ट्विटर पर बड़ी संख्या में यूजर्स ने संदीप माहेश्वरी के इस बयान को 'बेवकूफी' करार दिया है। प्रियंका नाम की यूजर ने कहा कि 'चाहे जिस भी टॉपिक पर चर्चा हो रही थी, आप हमारी संस्कृत भाषा का मजाक नहीं उड़ा सकते। हम अलजेब्रा, ट्रिगोनोमेट्री और बहुत से टॉपिक्स का डे-टू-डे लाइफ में इस्तेमाल नहीं करते। क्या इसका मतलब ये है कि हम सिलेबस से उसे हटा दें?' एक अन्य यूजर ने लिखा कि 'संस्कृत देवों की भाषा है। यह सभी भाषाओं की जननी है। मैं केवल संस्कृत व्याकरण जानकर सभी भारतीय भाषाओं से जुड़ सकती हूं। मैं संदीप माहेश्वरी का सम्मान करती हूं लेकिन उन्होंने जो कहा, वो स्वीकार्य नहीं है।'
इस मुहिम को वीरेंद्र कुमार ने भी आगे बढ़ाया और कई लोगों को इस बारे में जागरूक किया एवं उनका विरोध करने के लिए कहा जिसका असर अब आपके सामने है
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