*_✍️ आस्था की शक्ति नईगढ़ी से शिवेंद्र सिंह की रिपोर्ट_*
सिफारिश हो तो सुविधायें माथा टेकती है,,, गरीब तो गरीब है उसे कौन सुनता है,,,,*_
*रीवा,,, सबसे घातक व महामारी का रूप ले रहा करोना पाजिटिव मरीजों की संख्या रीवा शहर से लेकर गांव- गांव बढ़ने लगी है,,,, शहर घना व संकीर्ण होता है इसलिए रीवा शहर में अब करोना ज्यादा ही बढ रहा है व कुछ मौत भी हुई है,,,_______ प्रशासनिक अदूरदर्शित व दोहरा माप दंङ ___________*
*रीवा शहर में देखने को आया हैकि जिले प्रशासन व करोना रोकने की टीम दोहरी मानसिकता का शिकार व राजनीतिक दबाव में मन माफिक काम करने पर उतारू है,,,, गत दिवस अंनंतपुर मुहल्ले में एक घर मे छ ; लोगों के पाजिटिव आने पर छोटे- छोटे बच्चों सहित पूरे परिवार को चिरहुला में क्वारंटाइन कर दिया था जब उस साधारण परिवार द्वारा घर पर ही क्वाटंराइज होने की मांग को खारिज कर दिया व चिरहुला भेज दिया गया था,,, परन्तु वही फोर्ट रोङ में एक व्यक्ति के करोना पाजिटिव आने पर घर पर रखा गया है अब उसी घर के लगभग 13 लोगों की पाजिटिव रिपोर्ट आने के बाद प्रशासन व तहसील दार यतीश शुक्ल उक्त परिवार के घर को सेनीटाईज करा रहें हैं,,, व सभी सुविधाएं घर में परोसने के लिए प्रशासन तैयार है वही रानी तालाब के पास ऐसी ही स्थिति में प्रशासन ने घुटने टेके दिया,,,,, इस दोहरी मानसिकता व व्यवस्था को देखते हुए यह कहना अनुचित नहीं होगा की करोना रोकने का प्रयास है कि बढाने का,,,,* *शहर को सुरक्षित व करोना से मुक्ति के लिए भले लाक ङाऊन किया जा रहा है परन्तु जब बढ़ते मरीजों को अस्पताल व प्रशासन की निर्धारित स्थलो पर ही क्वाटंराइज किया जाना चाहिए,,,, इसी मुद्दे को लेकर पूर्व विधायक सुखेन्द्र सिंह बन्ना ने तंज कसा है पर उसे कितना महत्व मिलता है यह प्रशासन ही जानें,,,,*
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