*मऊगंज पुलिस लाकडाऊन पालन को लेकर आज सुबह से ही सख्त*
*नगर में पुलिस का पहरा आज बाजार में नही दिख रही अनावश्यक लोगो की चहल कदमी*
राजेश दुबे मऊगंज --प्रशासन द्वारा लोगो की आवश्यकता को समझते हुए बाहर निकलने बालों के साथ नरमी और समझाइश के बाद भी लोगो की अनावश्यक चहल कदमी पर प्रशासन अब सख्ती निपटने का मूड बना लियाहै। मऊगंज एस डी माला त्रिपाठी ने लॉक डाउन का उल्लंघन करने बालो से अब पुलिस प्रशासन कड़ाई से पेश आने को कहा है। है।उनके निर्देश का असर आज सुबह से ही मऊगंज पुलिस प्रशासन लाकडाऊन का पालन कराने में जुट गई है। पुलिस बाहन से एलाउंस कर अनावश्यक खुली दुकानों को बंद करा रही है।
देखने मे आया था कि दो दिनो से शहर की कुछ आवश्यक सेवाओ के अलावा भी दुकाने खुलने लगी थी ।सब्जी,दूध,किराना की दुकान खोलने की अनुमति बारह बजे तक था इसी मौके फायदा उठाते हुए अन्य व्यबसाई दुकाने खोलने लगे थे। प्रशासन इसको लेकर कल से ही सख्त हो गया है। कल।देखा गया पुलिस ने लाकडाऊन का उल्लंघन करने वालो को अबीर लगाकर,फूल देकर मास्क बाटते हुए आगे की अपनी मंशा साफ जाहिर कर दी थी कि यदि इस पर भी लोग नही सुधरे तो प्रशासन उनसे सख्ती से निपटेगा। ।
इस मंदिर में मौजूद है चमत्कारी मणि दर्शन मात्र से हो जाते हैं सारे कष्ट दूर शिवलिंग दिन में चार बार बदलती है अपना रंग
डा. मनीष गौतम देवतालाब इस मंदिर में मौजूद है चमत्कारी मणि दर्शन मात्र से हो जाते हैं सारे कष्ट दूर शिवलिंग दिन में चार बार बदलती है अपना रंग Devtalav temple: मध्यप्रदेश में रीवा जिले के देवतालाब में भगवान शिव जी का ऐतिहासिक मंदिर है। जिसमें हर समय श्रद्धालुयों की भारी भीड़ आती है। मां शारदा ज्योतिष केंद्र के ज्योतिषाचार्य डॉ मनीष गौतम महाराज ने बताया कि लाखों लोग देश-विदेश से भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं। लेकिन हर साल में सावन माह में तो श्रद्धालयों की भारी भीड़ जमा होती है। विश्व का इकलौता एक पत्थर का बना मंदिर देवतालाब मंदिर की मान्यता यह है कि इस मंदिर का निर्माण सिर्फ एक रात में हुआ था। ऐसा माना जाता है कि सुबह जब लोगों ने देखा तो यहां पर बहुत बड़ा मंदिर बना हुआ मिला था, लेकिन किसी ने इसको बनते हुआ नहीं देखा। कुछ जानकारों ने बताया कि मंदिर के साथ ही यहां पर अलौकिक शिवलिंग की स्थापना अपने आप हो गई थी। यह शिवलिंग बहुत ही रहस्यमयी है, जो दिन में चार बार अपना रंग बदलती है। एक ही पत्थर का बना हुआ विश्व का यह अद्भुत मंदिर सिर्फ देवतालाब में स्थित है क्या है मंदिर की कह...
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