*ग्राम पंचायत फूल बजरंग सिंह में अगर न्यायिक जांच हुई तो सरपंच एवं सचिव पर लगभग 30 लाख रुपए की हो सकती है रिकवरी
*आखिर ग्राम पंचायत फूल बजरंग सिंह के सरपंच सचिव पर नही लगा रहा प्रशासन लगाम*
*और अपना भ्रष्टाचार छुपाने के लिए गलती पर गलती करते जा रहे सरपंच सचिव*
*रीवा जिले के हनुमना जनपद अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत फूल बजरंग सिंह का बुरा हाल*
रीवा जिले के हनुमना ब्लाक के अंतर्गत ग्राम पंचायत फूल बजरंग सिंह में तालाब गहरीकरण एवं सुंदरीकरण एवं सार्वजनिक कूप निर्माण पुलिया निर्माण एवं पीसीसी निर्माण में हुआ कई लाखों का घोटाला अगर उपयंत्री के द्वारा न्यायिक जांच की जाती है तो लगभग 30 से 40 लाख रुपए की रिकवरी सरपंच और सचिव पर डाली जा सकती है जहां पर ग्राम वासियों को सरकारी योजनाओं का उचित लाभ प्रदान नहीं हुआ है सरपंच सचिव उपयंत्री के मिलीभगत से सरकारी खजाने को खूब लगाया चूना ग्राम पंचायत का विकास कार्य कागजों पर सिमटा रहा और सरकारी खजाने से राशि आहरित कर सरपंच एवं सचिव के द्वारा उड़ाए गए गुलछर्रे ग्राम पंचायत सचिव अक्सर बने सुर्खियों में ग्राम पंचायत सचिव के द्वारा हितग्राही मूलक कार्य कपिलधारा और मेड बंधान योजनाओं में आरी भरकम भरे शाही ग्रामीणों में मचा हाहाकार हितग्राही मूलक कार्य को लेकर कई बार ब्लॉक के आला अधिकारियों से की गई शिकायत पर सचिव और उपयंत्री की मिलीभगत से हितग्राहियों के शिकायत का अनदेखी किया गया जिससे शासन प्रशासन की उदासीनता नजर आई
ग्राम पंचायत फूल बजरंग सिंह का बहुत बुरा है हाल एवं भ्रष्टाचार में लिप्त सरपंच सचिव अपने कमाई में लगे हुए हैं और शासन के राशि को पानी जैसे बहा रहे हैं
आज तक विकास से कोसों दूर ग्राम पंचायत और विकास के नाम से लाखों रुपए का खरीद फरोख्त किया जा चुका....
और हित ग्राही मूलक विकास कागज के पन्नों तक सीमित रह गया अगर ऐसा ही विनाश होता रहा तो 1 दिन ग्रामवासी रोड पर उतर कर चक्का जाम करने पर मजबूर हो जाएंगे
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