मप्र कैडर के वरिष्ठ IAS अधिकारी राधेश्याम जुलानिया के खिलाफ EOW ने आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में शिकायत क्रमांक 328/19 दर्ज कर जांच शुरू की। बता दें कि मध्य प्रदेश मैं शिवराज सरकार के कार्यकाल में पदस्थ अपर मुख्य सचिव पंचायत ग्रामीण विभाग के अपने कार्यकाल में मन मौजी तरीके से भरपूर भरे शाही करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़े थे समय व्यतीत होने के बाद एक न एक दिन पाप का घड़ा आखिर फूट ही जाता है वही स्थिति आज अपर मुख्य सचिव राधेश्याम जुलानिया के साथ में देखने कुंवारे ही बता दें कि पंचायत विभाग के अधिकारियों को मन माफी तरीके से तरस करने में जुलानिया ने कोई कोताही नहीं बरती थी जो ग्रामीण के अधिकारी कर्मचारी धूल मिट्टी मोरम पानी में पले बढ़े थे भला उन पर एसी की छांव में रहने वाले जुलानिया जी ने खूब भरे शाही दिखाई थी और पंचायत विभाग के ज्यादा से ज्यादा मिट्टी मोरम वाली योजनाओं में बाधा उत्पन्न किए थे जोकि हितग्राही मूलक विकास कार्य एवं ग्राम पंचायत के छोटे-छोटे विकास कार्य कार्य को बंद करने के लिए अपने मन माफी भरपूर योजनाएं बनाई थी आज ग्रामीणों आखिर में इतना ज्यादा हुआ की जुलानिया का भंडाफोड़ होने का समय आ गया
इस मंदिर में मौजूद है चमत्कारी मणि दर्शन मात्र से हो जाते हैं सारे कष्ट दूर शिवलिंग दिन में चार बार बदलती है अपना रंग
डा. मनीष गौतम देवतालाब इस मंदिर में मौजूद है चमत्कारी मणि दर्शन मात्र से हो जाते हैं सारे कष्ट दूर शिवलिंग दिन में चार बार बदलती है अपना रंग Devtalav temple: मध्यप्रदेश में रीवा जिले के देवतालाब में भगवान शिव जी का ऐतिहासिक मंदिर है। जिसमें हर समय श्रद्धालुयों की भारी भीड़ आती है। मां शारदा ज्योतिष केंद्र के ज्योतिषाचार्य डॉ मनीष गौतम महाराज ने बताया कि लाखों लोग देश-विदेश से भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं। लेकिन हर साल में सावन माह में तो श्रद्धालयों की भारी भीड़ जमा होती है। विश्व का इकलौता एक पत्थर का बना मंदिर देवतालाब मंदिर की मान्यता यह है कि इस मंदिर का निर्माण सिर्फ एक रात में हुआ था। ऐसा माना जाता है कि सुबह जब लोगों ने देखा तो यहां पर बहुत बड़ा मंदिर बना हुआ मिला था, लेकिन किसी ने इसको बनते हुआ नहीं देखा। कुछ जानकारों ने बताया कि मंदिर के साथ ही यहां पर अलौकिक शिवलिंग की स्थापना अपने आप हो गई थी। यह शिवलिंग बहुत ही रहस्यमयी है, जो दिन में चार बार अपना रंग बदलती है। एक ही पत्थर का बना हुआ विश्व का यह अद्भुत मंदिर सिर्फ देवतालाब में स्थित है क्या है मंदिर की कह...
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