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*आखिर ग्राम पंचायत धौसड़  के सरपंच सचिव पर क्यों नही लगा  रही हैँ कमलनाथ सरकार लगाम*

आस्था की शक्ति न्यूज़ 
*खबर हनुमना से 
महेंद्र तिवारी के कलम से 
*ग्राम पंचायत धौसड़  में अगर  न्यायिक जांच हुई तो सरपंच एवं सचिव पर लगभग 80 लाख रुपए की हो सकती है रिकवरी*


*आखिर ग्राम पंचायत धौसड़  के सरपंच सचिव पर क्यों नही लगा  रही हैँ कमलनाथ सरकार लगाम


*और अपना भ्रष्टाचार छुपाने के लिए गलती पर गलती करते जा रहे सरपंच सचिव*


*रीवा जिले के हनुमना जनपद अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत धौसड़  का बुरा हाल*


रीवा जिले के हनुमना ब्लाक के अंतर्गत ग्राम पंचायत धौसड़ में तालाब गहरीकरण एवं सुंदरीकरण  एवं सार्वजनिक कूप निर्माण पुलिया निर्माण एवं पीसीसी निर्माण में हुआ कई लाखों का  घोटाला सरपंच सचिव और उपयंत्री की मिली भगत से हुआ धौसड़ का विनाश अगर कमलनाथ सरकार के द्वारा न्यायिक जांच की जाती है तो लगभग 50से 80 लाख रुपए की रिकवरी सरपंच और सचिव पर डाली जा सकती है जहां पर ग्राम वासियों को सरकारी योजनाओं का उचित लाभ प्रदान नहीं हुआ है सरपंच सचिव उपयंत्री के मिलीभगत से सरकारी खजाने  को खूब लगाया चूना ग्राम पंचायत का विकास कार्य कागजों पर सिमटा रहा और सरकारी खजाने से राशि आहरित कर सरपंच एवं सचिव के द्वारा उड़ाए गए गुलछर्रे ग्राम पंचायत सचिव अक्सर बने सुर्खियों में ग्राम पंचायत सचिव के द्वारा हितग्राही मूलक कार्य कपिलधारा और मेड बंधान योजनाओं में आरी भरकम भरे शाही ग्रामीणों में मचा हाहाकार हितग्राही मूलक कार्य  को लेकर कई बार ब्लॉक के आला अधिकारियों से की गई शिकायत पर सचिव और उपयंत्री की मिलीभगत से हितग्राहियों  के शिकायत का अनदेखी  किया गया जिससे शासन प्रशासन की उदासीनता नजर आई
ग्राम पंचायत धौसड़ का बहुत बुरा हाल हो चूका  है अगर आज धौसड़ मे जाँच के लिए अधिकारी पहुंच जाय तो सारा भ्रस्टाचार साफ और स्पस्ट दिखता नजर आता हैँ वही बात करे की चबूतरा निर्माण मे कई लाख का चुना लगाया हैँ सरपंच सचिव ने हाल ही मे देखा जाय तो ग्राम पंचायत भवन व  आंगनवाड़ी केंद्र धौसड़ के पास प्राथमिक विद्यालय के पास चबूतरा निर्माण हाल ही मे कराया गया जिसकी हालत कुछ इस तरह हैँ की वहा बैठना मुश्किल हैँ बड़े बड़े दर्रे निकल चुके  हैँ जहा बच्चे अगर बैठ जाय तो उन्हें जनबरो का शिकार बनने मे बक्त नहीं लगेगा क्युकी वहा अनेक प्रकार के जानबरो का डेरा हैँ अगर उसमे खेलने बाले बच्चे के साथ कुछ अनहोनी हो जाय  तो उसके  जिम्मेदार सरपंच सचिव होंगे क्युकी उनके द्वारा वह चबूतरा हाल ही मे बनबाया गया हैँ  ग्राम पंचायत भवन से लेकर तालाब के भीट मे जो पी सी सी निर्माण कराया गया वहा तो पैदल चलने मे कठिनाई हो रही हैँ भ्रष्टाचार में लिप्त सरपंच सचिव अपने कमाई में लगे हुए हैं और शासन के राशि को पानी जैसे बहा रहे हैं
आज तक विकास से कोसों दूर ग्राम पंचायत और विकास के नाम से लाखों रुपए का खरीद फरोख्त किया जा चुका.... 
  और हित ग्राही मूलक विकास कागज के पन्नों तक सीमित रह गया और ग्रामीणों द्वारा कोई भी शिकायत करने पर सरपंच द्वारा धमकी दी जाती हैँ की  शिकायत जो करेगा उसका खाद्यान बंद कर दिया जायेगा और उसे किसी भी प्रकार का लाभ नहीं दिया जायेगा वही आवास मे बहुत लीपापोती सरपंच सचिव के द्वारा किया गया लोगो से 40 हजार रूपये पहले लिया गया उन्हें आजतक आवास भी उपलब्ध नहीं कराया गया  अगर ऐसा ही विनाश होता रहा तो 1 दिन ग्रामवासी रोड पर उतर कर चक्का जाम करने पर मजबूर हो जाएंगे 
अब देखना यह दिलचस्प होगा की कमलनाथ सरकार कब तक सरपंच सचिव को रिकबरी देती हैँ कब तक जाँच टीम पहुँचती हैँ ग्राम पंचायत धौसड़


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