*मकसद कुछ भी हो, मध्य प्रदेश के के नक्शे में मऊगंज है यह एहसास दिलाने का विधायक क प्रयास सराहनीय*।
मऊगंज------सरकारें किसी की रहीं, उपेक्षा हमेशा मऊगंज की नियति रहीं हैं प्रमाण है कि पूर्व विधायक स्व पं• रामधनी का पांच वर्षीय कार्यकाल छोड़ दिया जाय जिसमें प्रदेश में अपनी धमक बना कर स्कूल, कालेज से लेकर अनेक बेरोजगारों की बेरोजगारी दूर किए थे लेकिन उनके बाद प्रदेश स्तर में मऊगंज का कोई नेता महत्वपूर्ण नहीं माना गया और ना कभी कोई मऊगंज को प्रदेश से कोई सौगात तो क्या? छोटे मोटे इमदाद तक नहीं मिले, इससे साबित करता कि प्रदेश सरकारें मऊगंज को अपने नक्शे में मानतीं ही नहीं।बजह भी है सत्ता पक्ष का बिधायाक कभी प्रदेश को मिला ही नहीं लेकिन पं•रामधनी मिश्रा जी की तरह किसी ने इच्छा शक्ति दिखाई भी नहीं ।
लेकिन अब जब बिधायाक श्री प्रदीप पटेल
लगातार तरह-तरह से से निरकुंश, तानाशाह प्रशासन और सरकार के विरुद्ध कुछ ना कुछ कर रहे हैं जैसे समय-समय पर धरना देना और अब किसानों के लिए दो दिन से अपने आप को सोसाइटी के एक कमरे में बंद रखना निःसंदेह उनकी जनहित में दृढ़ इच्छाशक्ति ही कही जाएगी भले ही उनके मकसद के लिए तरह-तरह की जनचर्चाएं हो क्योकि इसके पूर्व पंद्रह साल उनकी प्रदेश मे सत्ता थी तब वह मऊगंज के लिए कभी नहीं लडते देखे गए, लेकिन अब इस लड़ाई मे प्रदेश मे मऊगंज है शायद यह सपना मऊगंजवासीयो का किसी हद तक पूरा हो सकेगा।
इस मंदिर में मौजूद है चमत्कारी मणि दर्शन मात्र से हो जाते हैं सारे कष्ट दूर शिवलिंग दिन में चार बार बदलती है अपना रंग
डा. मनीष गौतम देवतालाब इस मंदिर में मौजूद है चमत्कारी मणि दर्शन मात्र से हो जाते हैं सारे कष्ट दूर शिवलिंग दिन में चार बार बदलती है अपना रंग Devtalav temple: मध्यप्रदेश में रीवा जिले के देवतालाब में भगवान शिव जी का ऐतिहासिक मंदिर है। जिसमें हर समय श्रद्धालुयों की भारी भीड़ आती है। मां शारदा ज्योतिष केंद्र के ज्योतिषाचार्य डॉ मनीष गौतम महाराज ने बताया कि लाखों लोग देश-विदेश से भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं। लेकिन हर साल में सावन माह में तो श्रद्धालयों की भारी भीड़ जमा होती है। विश्व का इकलौता एक पत्थर का बना मंदिर देवतालाब मंदिर की मान्यता यह है कि इस मंदिर का निर्माण सिर्फ एक रात में हुआ था। ऐसा माना जाता है कि सुबह जब लोगों ने देखा तो यहां पर बहुत बड़ा मंदिर बना हुआ मिला था, लेकिन किसी ने इसको बनते हुआ नहीं देखा। कुछ जानकारों ने बताया कि मंदिर के साथ ही यहां पर अलौकिक शिवलिंग की स्थापना अपने आप हो गई थी। यह शिवलिंग बहुत ही रहस्यमयी है, जो दिन में चार बार अपना रंग बदलती है। एक ही पत्थर का बना हुआ विश्व का यह अद्भुत मंदिर सिर्फ देवतालाब में स्थित है क्या है मंदिर की कह...
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