स्वच्छ भारत,गरीबी मुक्त भारत और भृष्टाचार मुक्त भारत विषय पर सभी अतिथियों एवं छात्र-छात्राओ ने अपने विचार व्यक्त किये।
*नेहरू युवा केंद्र दमोहतत्वाधान में संकल्प से सिद्धि की ओर-नये भारत के लिये युवा सशक्तिकरण कार्यक्रम का हुआ आयोजन*
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*विशाल रजक तेन्दूखेड़ा संवाददाता!*
नेहरू युवा केंद्र दमोह के तत्वाधान में स्वामी विवेकानंद युवा मण्डल के द्वारा मंगलवार को शासकीय मॉडल हायर सेकंडरी विद्यालय तेन्दूखेड़ा में संकल्प से सिद्धि की ओर-नये भारत के लिये युवा सशक्तिकरण कार्यक्रम पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई,जिसमे मुख्य रूप से स्वच्छ भारत,गरीबी मुक्त भारत और भृष्टाचार मुक्त भारत विषय पर सभी अतिथियों एवं छात्र-छात्राओ ने अपने विचार व्यक्त किये
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पं.रमेश तिवारी(रिटायर्ड उप संचालक उद्यानिकी), डॉ.ओ.पी.अवस्थी(रिटायर्ड आयुष अधिकारी एवं अध्यक्ष पेंशनर एसोशियसन),सौरभ श्रीवास्तव (जिला युवा समन्यवक नेहरू युवा केंद्र) एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में बी.पी.ठाकुर(वि.खं.शिक्षा अधिकारी),संजय अग्रवाल(प्राचार्य कन्या हायर सेंकण्डरी स्कूल),रजनी जैन(छात्रावास अधीक्षक) की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मॉडल स्कूल के प्राचार्य के.एल.चौकसे द्वारा की गई।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पं.रमेश तिवारी जी ने कहा कि- स्वच्छ्ता और स्वास्थ्य एक दुसरे के पूरक हैं,जब तक व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ्य नही होगा,तब तक हम एक सम्रद्ध और खुशहाल भारत की परिकल्पना को साकार नही कर सकते।।भारत को अगर गरीबी मुक्त बनाना हैं,तो हमे शैक्षणिक व्यवस्था में रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण को बढ़ावा देना होगा,राष्ट्र और समाज के प्रगति और विकास हमारी युवा पीढ़ी पर निर्भर हैं,युवाओ को आगे आकर दृण संकल्पित होकर नये भारत को समृद्धता और सशक्तिकरण की ओर ले जाना होगा।
कार्यक्रम के संयोजक शुभम जैन ने कहा कि- प्राचीन काल से ही भारत देश में महान ऋषि परम्परा रही हैं,जिन्होंने आयुर्वेद और स्वस्थ जीवनशैली के लिये आवश्यक पोषक तत्वों और वनों से प्राप्त औषधि पौधो के महत्व का वर्णन आज से हजारों वर्ष पूर्व ग्रन्थो में वर्णन किया,जिन्हे आज सम्पूर्ण विश्व अपना रहा हैं,योग भारतीय वैदिक संस्कृति का एक अभिन्न अंग रहा हैं और आज सम्पूर्ण विश्व ने पाठयक्रम के साथ ही अपने रोजमर्रा की दिनचर्या में इसे स्वीकार्य किया हैं।
इस अवसर पर डॉ ओ.पी.अवस्थी जी ने अपने वक्तव्य से युवाओ को मार्गदर्शित करते हुये कहा कि- आज सम्पूर्ण विश्व ग्लोबल वार्मिंग से जूझ रहा हैं,इसका मुख्य कारण वैश्विक स्तर पर औद्योगिक क्रान्ति और वनों का कटाव हैं,अतः हमें जागरूक होकर अधिक से अधिक संख्या में वनों का रखरखाव करना और पीपल,नीम,आँवला सहित जड़ीबूटीय औषधीय पौधे लगाना चाहिये,सभी वृक्ष केवल दिन में ऑक्सीजन देते हैं,लेकिन-पीपल का वृक्ष रात्रि में भी हमें ऑक्सीजन प्रदान करता हैं।
जिला युवा समन्यवक सौरभ श्रीवास्तव ने अपने उदबोधन में कहा कि-गरीबी का मुख्य कारण बढ़ती जनसंख्या स्तर और बेरोजगारी इसका मुख्य कारण हैं। गरीबी,अशिक्षा,कुपोषण, भ्रष्टाचार को देश के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती हैं, हम सभी 2017 से 2022 तक पांच वर्ष की अवधि के दौरान संकल्प से सिद्धि के भाव के साथ कार्य करें और दुनिया के देशों के लिये प्रेरणा बनें।इस अवसर पर विद्यार्थियो ने भी स्वच्छ भारत पर अपने विचार व्यक्त किये और अपने अपने ग्राम और नगर को प्लास्टिक मुक्त, गन्दगी मुक्त बनाने का संकल्प लेकर राष्ट्र को सशक्त बनाना हैं।
छात्र-छात्राओ में सजल साहू ने विषय आधारित जागरूकता कार्यक्रम में प्रथम,अर्पित गोटियां ने द्वतीय एवं रामकुमार विश्वकर्मा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया जिन्हें पुरुस्कृत किया गया,साथ ही सभी उपस्थित विद्यार्थियो को किट एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
साथ ही सभी अतिथिजनो को भी प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का सञ्चालन शुभम जैन एवं आभार प्रदर्शन धर्मेन्द्र पाल ने किया।
इस अवसर पर शिक्षक स्वदेश नेमा, पूर्व
अजय राय वीरन सेन विजय साहू,दीपक पाठकर,श्रेयांस विश्वकर्मा,देवा सेन सहित विद्यालय स्टॉफ एवं छात्र-छात्राओ की उपस्थिति रही।
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