*संजीव कुमार की कलम से*🖊️
कमलनाथ सरकार के वादे ना जाने कब पूरे होंगे
🛑 लगातार भ्रष्टाचार की सीमा पार कर रहा रीवा जिला
🛑यहां पर सभी कर्मचारी होते हैं भ्रष्ट
🛑जिन्हें बोलने वाला कोई नहीं ऊपर से लेकर नीचे तक सभी एक जैसे
🛑अगर कोई आवाज भी उठाए तो सुनने को कोई तैयार नहीं
🛑 लगातार पशु क्रूरता बढ़ता जा रहा है जिस पर ना ही कोई शासन और ना ही कोई प्रशासन ध्यान दे रहा है
आए दिन हम देख रहे हैं कि पशु क्रूरता दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहा है खासकर रीवा जिले में इसकी चरण सीमा पार हो चुकी है ना कोई पशुओं पर ध्यान देने वाला है और ना ही कोई इन्हें सुरक्षित करने वाला है और यहां पर कमलनाथ सरकार का वादा भी था कि 90 दिनों के अंदर गौशाला का निर्माण कराया जाएगा लेकिन अभी तक एक भी गौशाला का निर्माण नहीं हो पाया है जिससे मवेशियों को इधर-उधर भटकना पड़ रहा है और आए दिन मवेशी को गड्ढों में फेंका जा रहा है नहरों में उतार दिया जाता है या फिर गहरी खाई ऊपर भी धकेल दिया जाता है और उनके साथ लगातार अत्याचार किया जाता है यह हमारे मानव जीवन के लिए बहुत ही शर्मनाक बात होती है कि हम पशु की सुरक्षा नहीं कर पा रहे हैं जिससे कमलनाथ सरकार से यही कहना चाहेंगे कि वह जल्द से जल्द गौशाला का निर्माण करवाएं ताकि जो पशु एवं मवेशी रोड पर खेतों पर हैं उन्हें एक जगह व्यवस्थित किया जाए और उनके खाने-पीने का उचित व्यवस्था भी किया जा सके कमलनाथ सरकार के वादे जिससे कमलनाथ सरकार से यह कहना चाहेंगे कि वे जल्द से जल्द गौशाला का निर्माण करवाएं ताकि जो पशु एवं मवेशी रोड पर खेतों पर हैं उन्हीं एक जगह व्यवस्थित किया जाए और उनके खाने पीने का उचित व्यवस्था भी किया जा सके कन्नौज सरकार के वादे ना जाने कब तक पूरे होंगे यह जगह तो ग्रामीणों ने स्वयं से ही बाड़ा बनाया है जिसमें ना तो पशुओं के खाने का उचित व्यवस्था है और ना ही पानी पीने की उचित व्यवस्था है और उन्हें ठंड से बचाने के लिए भी कोई उचित व्यवस्था नहीं की गई है यह कई ग्राम पंचायतों के ग्रामीण तंग होकर यह पशुओं की क्रूरता बढ़ाई जा रही है आखिर ग्रामीण अंचल के लोग भी क्या कर सकते हैं अगर पशुओं को छोड़ दे तो इधर उनकी फसल भी नुकसान हो जाती है और बंद कर दें तो सरकार बेचैनी सो जाती है
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