एजेंसी एवं फूड इंस्पेक्टर की मिलीभगत से उज्जवला योजना के हितग्राहि लूटते रहे गरीब ग्रामीणों में मचा हाहाकार
♦ *उज्वला योजना के नाम पर इंडियन ग्रामीण गैस एजेंसी गौरी में मची लूट*
मध्य प्रदेश से रीवा जिले के अंतर्गत हनुमाना तहसील में स्थित ग्राम पंचायत गौरी में इंडियन गैस एजेंसी का कारनामा आम नागरिक को गुमराह कर कनेक्शन के नाम पर आधार कार्ड समग्र आईडी एवं खाता नंबर लेकर उज्जवला योजना के तहत गैस का कनेक्शन करने के लिए दो , दो हजार रुपए लिए गये इसके बाद यशवी में भी लोन कर दिया गया और 3000 सिलेंडर फर्जी तरीके से ब्लैक कर दिया गया
इसकी जानकारी तब लगी जब उज्जवला योजना के तहत कनेक्शन होने के बाद लोगों को सिलेंडर प्राप्त नहीं हुआ और हितग्राही एजेंसी का चक्कर लगाते रहे और बाद में बताया गया कि आपका कनेक्शन बंद हो गया है आपने रिफिल नहीं भरवाई अब मजे की बात तो यहां यह है कि जब एजेंसी के द्वारा कनेक्शन करने के बाद लोगों को सिलेंडर और चूल्हा नहीं दिया गया तो लोग रिफिल कहां से भरवा एंगे और वह कनेक्शन ऑटोमेटिक बंद ही हो जाएगा 2 वर्ष तक हितग्राही इधर से उधर भटकते रहे और 2 वर्ष के बाद एजेंसी के कर्मचारियों के द्वारा अपना पल्ला झाड़ते हुए यह बता दिया जाता है कि आपका कनेक्शन बंद हो गया है इस पर प्रशासन की नजर अगर पड़ती है तो सक्षम अधिकारी के द्वारा अगर पूछा जाए कि जब सिलेंडर दिया ही नहीं गया तो कनेक्शन अगर बंद होता है तो उसके जिम्मेवार स्वयं एजेंसी के मालिक हैं अब यहां पर मजे की बात यह है कि आखिर में वह 2 से 3000 सिलेंडर गए कहां ऐसी ही कुछ बात है आइए देखते हैं यह
♦ *दो वर्ष पहले हुआ उज्वला योजना का रजिस्ट्रेशन आज तक नहीं मिला लगभग 3000 हितग्राहियो को सिलेंडर और चूल्हा*
🔥 *सासन प्रशासन को गुमराह कर गरीब ग्रामीण महिलाओं को लगा चूना हुआ भारी भरकम भ्रष्टाचार*
मिली जानकारी के अनुसार रीवा जिले के हनुमाना तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत गौरी में इंडियन ग्रामीण गैस एजेंसी के संचालक पूजा पटेल एवं सेल्स ऑफीसर एवं फूड इंस्पेक्टर की मिलीभगत से भ्रष्टाचार का आलम चरम सीमा को पार कर चुका है ग्रामीण हितग्राहियों में त्राहि-त्राहि मची हुई है अब ग्रामीण बेचारे जाएं तो जाएं कहां क्योंकि फूड कंट्रोलर और फूड इंस्पेक्टर भी एजेंसी से सांठगांठ मिलाकर ग्रामीणों के सामने अपना पल्ला झाड़ लेते हैं
बता दें कि शासन की मंशा अनुसार ग्रामीणों को उज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन देने का प्रावधान चल रहा था जिसका भरपूर अराजकता के साथ ग्राम गौरी के इंडियन ग्रामीण गैस एजेंसी के संचालक पूजा पटेल एवं सेल्स ऑफिसर की सह से 2017 से मनमाफिक भ्रष्टाचार चल रहा है जब जानकारी ली गई तो पता चला की गौरी एजेंसी के अंतर्गत लगभग 12,000 बारह हजार के आसपास उज्वला योजना के हितग्राही है जिसमें सभी हितग्राहियों से 2 हजार से 26 सौ रुपए प्रति कनेक्शन नगद लिया गया था और उसके बाद करीब 95 परसेन्ट लोगों के खाते में लोन भी कर दिया गया, जिसमें हितग्राहियों के सब्सिडी से पैसा कटता चला जाए पर जब हितग्राहियों के खाते में सब्सिडी नहीं जा रही थी तो इसकी पहल जोरो से हुई और करीब एक से डेढ़ वर्ष के बाद जब हितग्राहियों को यश वी की कॉपी दी गई तो पता चला कि 16 सौ रुपए सभी हितग्राहियों के खाते में लोन किया गया है
*2वर्ष पूर्व से ऑनलाइन दिख रहा उज्ज्वला योजना का रजिस्ट्रेशन हितग्राही लगा रहे एजेंसी का चक्कर*
इसी पीरियड में जानकारी मिली कि करीब 2017 से कुछ उज्जवला योजना के हितग्राही एजेंसी के चक्कर लगा रहे हैं जब देखा गया तो पता चलता है कि लोगों का सालों पुराना रजिस्ट्रेशन हो चुका है पर एजेंसी मालिक के द्वारा वह गैस चूल्हा और सिलेंडर कहीं और बेच दिया गया और अगर ऐसा नहीं हुआ तो करीब आठ नौ सौ हितग्राहियों का सिलेंडर और चूल्हा एजेंसी मालिक एवं सेल्स ऑफिसर के बीच में गायब है जो कि हितग्राहियों को अभी तक प्राप्त नहीं हुआ था कुछ लोगों ने 181 पर शिकायत भी की तो कुछ दिनों के बाद लोगों के के मोबाइल पर मैसेज आता है की आपकी शिकायत का निराकरण कर दिया गया है और इसके बाद भी लोगों को चूल्हा और सिलेंडर नहीं मिलता यह ग्राम गौरी इंडियन ग्रामीण गैस एजेंसी का कारनामा सक्षम प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जांच का विषय है जांच होने पर क्षेत्रीय ग्रामीण हितग्राहियों का भला होगा और एजेंसी के मालिक के द्वारा जिस तरह क्षेत्रीय दलाल लगाकर उज्जवला योजना के हितग्राहियों को ठगा गया है तो करोड़ों का भ्रष्टाचार भी उजागर हो जाएगा शेष जानकारी हम आपको आगे उपलब्ध कराएंगे
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