भारत सोने की चिड़िया था यह काल महाराजा चंद्रगुप्त से लेकर समुद्रगुप्त और विक्रमादित्य गुप्त का कार्य का काल था।
मुरैना नगर में अग्रवाल समाज के युवक-युवती परिचय सम्मेलन का 5 जनवरी 2020 को मुख्य अतिथि के रूप में उद्घाटन किया एवं वैश्य समाज को उसका भूला हुआ गौरव पूर्ण अतीत अपने उद्बोधन में याद दिलवाया कि यह समाज साधारण व्यापारियों का समाज भर नहीं है बल्कि वाह महाराजा अग्रसेन के वंशज हैं
महाराजा अग्रसेन ने 1 ईट और एक रुपया उनके राज्य में आने वाले हर नागरिक को प्रदान कर उसे पहले ही दिन लखपति बनवा दिया था वैश्य समाज जब भारत पर शासन करता था तब भारत सोने की चिड़िया था यह काल महाराजा चंद्रगुप्त से लेकर समुद्रगुप्त और विक्रमादित्य गुप्त का कार्य का काल था ऐसे तेजस्वी विचार श्री मदन मोहन गुप्त ने व्यक्त किए जिसका स्वागत सम्मेलन में मौजूद सैकड़ों बंधुओं ने करतल ध्वनि से किया-- निजी सचिव
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