आईपीएस: एडिशनल डीजी,आईजी, डीआईजी पदों की डीपीसी 28 को, पदोन्नति के बाद पुलिस विभाग में बड़े फेरबदल की संभावना
भोपाल मध्य प्रदेश में पदस्थ वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों की पदोन्नति का तोहफा इसी साल के अंत होने के पहले मिलने की पूरी संभावना दिख रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार एडिशनल डीजी, आईजी और डीआईजी स्तर की डीपीसी 28 दिसंबर को भोपाल में मुख्य सचिव एसआर मोहंती की अध्यक्षता में हो रही है। इसमें पुलिस महानिदेशक सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहेंगे प्राप्त जानकारी के अनुसार
1995 बैच के अधिकारी रीवा जोन के आईजी चंचल शेखर और बालाघाट जोन के आईजी केपी वेंकटेश्वर राव एडिशनल डीजी बन सकते हैं । इसी प्रकार 2002 बेच के पांच डीआईजी, आईजी पद पर पदोन्नत होंगे। यह है अनिल शर्मा, बी बी एस चौहान, अविनाश शर्मा, मनोज शर्मा और अभय सिंह । अभय सिंह वर्तमान में केंद्र सरकार में पदस्थ होने से उनकी प्रोफार्मा पदोन्नति होगी, बाकी चारों अधिकारी मध्यप्रदेश में ही पदोन्नत होकर अन्यत्र पदस्थ किए जा सकते हैं क्योंकि इन चारों अधिकारियों की फिलहाल फील्ड पोस्टिंग है।
इसके साथ ही 2006 बैच के अधिकारियों के डीआईजी बनने की संभावना है। लेकिन इस बैच के सभी अधिकारी इस डीपीसी में डीआईजी नहीं बन पाएंगे क्योंकि इतने पद रिक्त नहीं हैं। सूत्रों के अनुसार 2006 बैच की इंदौर की एसएसपी रुचि वर्धन मिश्रा, देवास के एसपी चंद्रशेखर सोलंकी, शहडोल के एसपी अनिल सिंह कुशवाह, मंडला के एसपी आरआरएस परिहार और शिवपुरी के पूर्व एसपी राजेश हिंगणकर फिलहाल पदोन्नति पा सकते हैं। शेष की पदोन्नति पद मिलने पर ही संभव हो पाएगी।
इस मंदिर में मौजूद है चमत्कारी मणि दर्शन मात्र से हो जाते हैं सारे कष्ट दूर शिवलिंग दिन में चार बार बदलती है अपना रंग
डा. मनीष गौतम देवतालाब इस मंदिर में मौजूद है चमत्कारी मणि दर्शन मात्र से हो जाते हैं सारे कष्ट दूर शिवलिंग दिन में चार बार बदलती है अपना रंग Devtalav temple: मध्यप्रदेश में रीवा जिले के देवतालाब में भगवान शिव जी का ऐतिहासिक मंदिर है। जिसमें हर समय श्रद्धालुयों की भारी भीड़ आती है। मां शारदा ज्योतिष केंद्र के ज्योतिषाचार्य डॉ मनीष गौतम महाराज ने बताया कि लाखों लोग देश-विदेश से भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं। लेकिन हर साल में सावन माह में तो श्रद्धालयों की भारी भीड़ जमा होती है। विश्व का इकलौता एक पत्थर का बना मंदिर देवतालाब मंदिर की मान्यता यह है कि इस मंदिर का निर्माण सिर्फ एक रात में हुआ था। ऐसा माना जाता है कि सुबह जब लोगों ने देखा तो यहां पर बहुत बड़ा मंदिर बना हुआ मिला था, लेकिन किसी ने इसको बनते हुआ नहीं देखा। कुछ जानकारों ने बताया कि मंदिर के साथ ही यहां पर अलौकिक शिवलिंग की स्थापना अपने आप हो गई थी। यह शिवलिंग बहुत ही रहस्यमयी है, जो दिन में चार बार अपना रंग बदलती है। एक ही पत्थर का बना हुआ विश्व का यह अद्भुत मंदिर सिर्फ देवतालाब में स्थित है क्या है मंदिर की कह...
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