इवनिंग टाइगर, रीवा। शहर के हृदय स्थलीय शिल्पी प्लाजा में संचालित अधिकांश इलेक्ट्रानिक दुकानों में ब्रांड के नाम पर जहां नकली सामान बेचे जाते हैं वहीं शिल्पी प्लाजा क व्यापारी गोमस्ता एक्ट को दरकिनार करके दुकानों में कार्यरत कर्मचारियों को ही परेशान नहीं कर रहे बल्कि खुलेआम शासन के टैक्स की भी चोरी कर रहे हैं। संबंधित जो विभाग है उन्हें नकली सामान बेचने की भी खबर है साथ ही गोमस्ता एक्ट न पालन करने की भी पूरी जानकारी है। इसके बावजूद भी प्रशासन व्यापारियों के मनमानी पर नकेल लगाने को तैयार नहीं है। जबकि कई बार दुकानों में काम करने वाले कर्मचारी अपने सप्ताहिक छुट्टी के लिए जिला प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं।
ब्रांड के नाम पर हो रही ठगी
धनतेरस और दीपावली के दिनों शिल्पी प्लाजा में ग्राहकों की काफी भीड़ देखने को मिली, दुकानदार ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए तरह-तरह के आफर भी दे रखे थे इस आफर के नाम पर दुकानदारों ने ग्राहकों के साथ जमकर ठगी किए हैं। इस तरह का मामला इलेक्ट्रानिक और मोबाइल के दुकानों में सबसे ज्यादा देखने को मिला। इस त्यौहार में दुकानदार नकली एवं पुराने सामानों को बेंचकर खूब पैसा कमाया। दीवाली व धनतेरस के दिन बाजार में इलेक्ट्रानिक उपकरण एवं मोबाइल की काफी बिक्री होती है, ऐसे में दुकानदार इस वक्त ग्राहकों के साथ जमकर ठगी किए हैं। डिस्काउंट दिखाकर नकली सामानों की बिक्री की गई है। शहर के शिल्पी प्लाजा में संचालित एक दुकान में ऐसे उपकरणों की भरमार थी सेमसंग, सोनी, एलजी, वरफुल, विडियोकॉन, पैनासोनिक समेत तमाम कंपनियों का लोगो लगाकर ग्राहकों के साथ ठगी की गई है। बताया गया है कि 80 प्रतिशत से अधिक ऐसे उपकरण हैं जिन पर ब्रांड के स्टीकर जो चस्पा किए गए थे लेकिन उनके भीतर लगे मटेरियल नकली हैं। ऐसे ही हाल शहर के शिल्पी प्लाजा में संचालित कुछ मोबाइल दुकानों का है जहां ब्रांड के नाम पर दिल्ली मॉडल मोबाइल बेंचे जाते हैं। गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले सैकड़ा भर से अधिक मोबाइल दिल्ली में पकड़े गए थे। जो मोबाइल पकड़े गए थे वह दुकान संचालक कोई और नहीं बल्कि शिल्पी प्लाजा का ही व्यापारी है। इस बात की पुष्टि कोई और नहीं बल्कि संबंधित दुकान में काम करने वाला एक कर्मचारी ने किया है। ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि शिल्पी प्लाजा के अंदर संचालित इलेक्ट्रानिक की दुकानों में ब्रांडेड से ज्यादा ब्रांड के नाम पर नकली सामानों की बिक्री हो रही है। इतना ही नहीं शिल्पी प्लाजा के अंदर संचालित कपड़ों की दुकान में भी ब्रांडेड कंपनी की स्टीकर लगाकर नकली शर्ट-पैंट व अन्य कपड़ों की बिक्री खुलेआम की जा रही है।
व्यापारी सरहंगई में उतारू
गोमस्ता एक्ट 1958 के तहत रविवार के दिन नेश्नल हाइवे रोड के दोनो पार यानी पडऱा, ढेकहा, बस स्टैण्ड, सिरमौर चौराहा, सामान चौराहा, आदि स्थानों की जहां दुकानों को बंद रखने के लिए दिशा निर्देश है वहीं सोमवार को शिल्पी प्लाजा सहित धोबिया टंकी, एसएफ चौराहा, प्रकाश चौराहा, जानकी पार्क तथा शहर के विभिन्न मोहल्लों में संचालित दुकानों को बंद रखने के लिए लिखित आदेश किए गए हैं। रविवार के दिन दुकान बस स्टैण्ड पडऱा तथा गोल पार्क के आसपास दुकाने बंद देखने को मिलती हैं लेकिन सोमवार को शहर के कोई भी बाजार बंद नहीं की जाती। सबसे ज्यादा शिल्पी प्लाजा में व्यापारी सरहंगई और दबंगई में उतारू हैं जिसके कारण प्रशासन चाहकर भी दुकानों को बंद नहीं करा पा रहा है। छुट्टी के दिन भले ही दुकाने खोली जाती हों लेकिन दुकान बंद दिखाने के नाम पर फर्जी रसीद थमा कर शासन के टैक्स की चोरी भी की जा रही है।
कर्मचारियों को नहीं मिलता अवकाश
गोमस्ता एक्ट अधिनियम में इस बात का स्पष्ट उल्लेख है कि निजी संस्थानों में काम करने वाले कर्मचारियों को सप्ताह में एक दिन का अवकाश देना आवश्यक है। लेकिन दुकान संचालकों के मनमानी के कारण कर्मचारियों को सप्ताहिक अवकाश नहीं मिल पा रहा है। दुकानों में काम करने वाले कर्मचारी चाह कर भी विरोध नहीं कर पाते क्योंकी उनकी नौकरी जाने का डर रहता है। हालांकि तत्कालीन कलेक्टर एम गीता ने कर्मचारियों के अवकाश को लेकर काफी सख्त हुई थी और जिसका असर भी कुछ दिनों तक देखने को मिला है लेकिन उनके जाते ही व्यवस्था जस की तस हो गई।
इस मंदिर में मौजूद है चमत्कारी मणि दर्शन मात्र से हो जाते हैं सारे कष्ट दूर शिवलिंग दिन में चार बार बदलती है अपना रंग
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