*रीवा नगर निगम प्रशासन की घोर लापरवाही व उदासीनता प्रदेश भर में हुई किरकिरी ...*
नगर निगम अधिकारियों की घोर लापरवाह की वजह से रीवा तरणताल में प्रदेश भर से आए जूनियर व सीनियर तैराक सूखे तरणताल का मुँह देखते रह गए ।
नगर निगम अन्तर्गत रीवा में 25 वी मध्यप्रदेश ट्रायथलान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है जिसमे प्रदेश भर से प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया है किंतु महीनों पूर्व से इस प्रतियोगिता की जानकारी होते हुए भी तरणताल को आज प्रतियोगिता के दिन तक नही भरा गया जैसे ही नगर निगम आयुक्त को जानकारी हुई कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री का आगमन होना है तभी तरणताल को भरने की प्रक्रिया शुरू हुई , आखिर अब तक तरणताल को भरने की प्रक्रिया क्यो नही पूर्ण की गई यह एक बड़ा सवाल है ....?
तरणताल भरण न होने से प्रतिभागी एवम ट्राथलान प्रबंधन एवम मंत्री नाराज बताए जा रहे हैं कही इसका नतीजा ये न हो कि नगर निगम अधिकारियों व कर्मचारियों पर इस चूक व लापरवाही से कोई बड़ी गाज न इन पर गिर जाए ।
इस मंदिर में मौजूद है चमत्कारी मणि दर्शन मात्र से हो जाते हैं सारे कष्ट दूर शिवलिंग दिन में चार बार बदलती है अपना रंग
डा. मनीष गौतम देवतालाब इस मंदिर में मौजूद है चमत्कारी मणि दर्शन मात्र से हो जाते हैं सारे कष्ट दूर शिवलिंग दिन में चार बार बदलती है अपना रंग Devtalav temple: मध्यप्रदेश में रीवा जिले के देवतालाब में भगवान शिव जी का ऐतिहासिक मंदिर है। जिसमें हर समय श्रद्धालुयों की भारी भीड़ आती है। मां शारदा ज्योतिष केंद्र के ज्योतिषाचार्य डॉ मनीष गौतम महाराज ने बताया कि लाखों लोग देश-विदेश से भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं। लेकिन हर साल में सावन माह में तो श्रद्धालयों की भारी भीड़ जमा होती है। विश्व का इकलौता एक पत्थर का बना मंदिर देवतालाब मंदिर की मान्यता यह है कि इस मंदिर का निर्माण सिर्फ एक रात में हुआ था। ऐसा माना जाता है कि सुबह जब लोगों ने देखा तो यहां पर बहुत बड़ा मंदिर बना हुआ मिला था, लेकिन किसी ने इसको बनते हुआ नहीं देखा। कुछ जानकारों ने बताया कि मंदिर के साथ ही यहां पर अलौकिक शिवलिंग की स्थापना अपने आप हो गई थी। यह शिवलिंग बहुत ही रहस्यमयी है, जो दिन में चार बार अपना रंग बदलती है। एक ही पत्थर का बना हुआ विश्व का यह अद्भुत मंदिर सिर्फ देवतालाब में स्थित है क्या है मंदिर की कह...
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