*रीवा जिले के हनुमना तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत बिझौली शुक्लान में सरपंच और सेक्रेटरी/सचिव मिलीभगत करके जमकर किये है धांधलेबाजी*
*_सबसे बड़ा प्रश्न चिन्ह तो ये है कि एक ही व्यक्ति सचिव व सैकेट्री के पद पर कार्यरत है_*
*_बिल पास करबाने के लिए ट्रेडर्स के साठ गांठ करके बनवा लिया फर्जी बिल_*सूत्रों से मिली जानकारी नुसार ग्राम पंचायत बिझौली शुक्लान में सरपंच बैजनाथ यादव सचिव नीलेश कुमार शुक्ला द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया गया है जिसमें जानकारी लेने पहुंचे जेके न्यूज के संवाददाता प्रद्युम्न शुक्ला ने देखा कि करनपुर आदिवासी बस्ती में 200 मीटर की बनी रोड जिसमें शासन की मंशा अनुसार रोड का निर्माण नहीं हुआ है और उसका मूल्यांकन सरकारी मंशानुसार सात लाख बासठ हजार रुपए हो चुका है मिली जानकारी के अनुसार रोड में जहां सीमेंट बालू और गिट्टी की भरपाई करनी थी वहां पर पत्थर और ईंट के टुकड़े द्वारा भरपाई की गई है और ऊपर से भस्सी और बालू से रोड की लिपाई कर दी गई है जिससे पूर्ण मूल्यांकन करवा कर राशि सॉढ़े सॉत लाख रुपये अहरित कर ली गई है वहीं पर दूसरी जगह देखा गया बिजौली शुक्लान पहुंच मार्ग रोड में दो पुल का निर्माण हुआ है जिसमें पुल की लंबाई 7.30 मीटर होनी थी जिसकी राशि 116000(एक लॉख सोलह हजार) रुपये सुकृत की गई थी पर मौके पर पुल का निर्माण 4 मीटर के आसपास दिखाई दे रहा है इसमें सचिव और सरपंच तथा मूल्यांकन करता अधिकारी की मिलीभगत से आधी राशि डकार ली गई इसके आगे जानकारी ली गई तो पता चला कि 2018 में ग्राम पंचायत को टैंकर उपलब्ध कराया गया था जो कि टैंकर की मरम्मत के लिए ₹15000 का आहरण किया गया है ग्राम पंचायत में जाकर जायजा लिया गया तो पता चला ग्राम सभा की बैठक में लोगों को लौंग सुपारी तक नसीब नहीं होता है मुश्किल से जल की व्यवस्था बन पाती है और grs शुक्ला और सरपंच की मिलीभगत से ₹11000 का भूक्तान चाय नाश्ता के लिए किया गया इस प्रकार से सरकारी राशी का भरपूर दुरुपयोग किया गया है।
अब देखना यह होगा प्रशासन इन भ्रष्टाचारियो के ऊपर क्या कार्यवाही करता है।
*पीएम आवास में भी भ्रष्टाचार*
फर्जी तरीके से पीएम आवास योजना का लाभ श्रीनिवास कुशवाहा पिता मोतीलाल कुशवाहा को दिया गया है जबकि सब इंजीनियर जांच के दौरान अपात्र किया गया था इसके बाद भी सचिव नीलेश शुक्ला हितग्राही से सांठगांठ करके और पीएम आवास योजना का लाभ दिया गया जो कि पूर्णता गलत वाह नियम विरुद्ध है जिस के उपरांत जांच में नागपुर का निवासी पाया गया उक्त आवास में रोक लगा दी गई थी फिर भी ग्राम पंचायत सचिव द्वारा पीएमआवास का लाभ श्रीनिवास कुशवाहा को दिया गया है जबकि पूर्णता गलत और अपात्र व्यक्ति को लाभ देना जिस व्यक्ति को देना चाहिए उस व्यक्ति को नही दिया गया और अपात्र व्यक्ति को पात्र दिखाकर पीएम आवास योजना का लाभ दिया गया ऐसे सचिव को तत्काल सेवा समाप्त करके राशि वसूली जाए और पात्र व्यक्ति को पीएम आवास योजना का लाभ दिया जाए
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