*चाकघाट ✍ कार्तिक मास विशेष*
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में लोगों द्वारा आंवले के पेड़ के नीचे भोजन करने की मान्यता वर्षों सेचली आ रहीं हैं इसी कड़ी में आज चाकघाट में आंवले के पेड़ के नीचे महिलाओं पुरूषों और बच्चों की भारी भीड़ देखने को मिली जहाँ लिट्टी चोखा सहित अन्य व्यंजनों का आनंद लेते हुए लोग दिखे। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय नवमी के दिन आंवले के वृक्ष की पूजा होती है। कहां जाता है कि भगवान विष्णु कार्तिक शुक्ल नवमी से लेकर कार्तिक पूर्णिमा की तिथि तक आंवले के पेड़ पर निवास करते हैं। अक्षय नवमी के दिन आंवले के पेड़ के अतिरिक्त भगवान विष्णु की भी विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है। शास्त्रों के अनुसार, अक्षय नवमी के दिन स्नान, पूजा, तर्पण तथा अन्नादि के दान से अक्षय फल की प्राप्ति होती है। अक्षय नवमी को धात्री नवमी और कूष्माण्ड नवमी के नाम से भी जाना जाता है। अक्षय नवमी 5 नवम्बर को मनाया गया हैं और इसका समापन 12 नवम्बर कार्तिक पूर्णिणा को होगा।
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