*रीवा जिले से बड़ी ख़बर*
🔥 *रीवा जिले के हनुमना तहसील अंतर्गत शासकीय अनुसूचित जन जाति बालक आश्रम जड़कूड के अधीक्षक का कारनामा*🔥
*♦*शासकीय आदिवासी बालक आश्रम जड़कुड़ में भारी अनियमितत**♦
✍50 सीटर आश्रम में दिन में मिले आठ दस बच्चे रात में ताला बंद
👉 बता दें की शासकीय अनुसूचित जान जाति बालक आश्रम जड़कूड में अधीक्षक रामानुज यादव के द्वारा नौनिहाल बच्चों के लिए शासन के द्वारा मिली राशि को सरेआम चूना लगाकर लूटा जा रहा है यही कारण है की अभिभावक अपने बच्चों का एडमिशन तो करा देते हैं पर जब रहने खाने एवं कपड़ों की व्यवस्था नहीं रहती तो बच्चे आश्रम में नहीं जाते
यह घटना रीवा जिले के हनुमाना विकासखंड के अंतर्गत जड़कूड कि है यहां पर अधीक्षक रामानुज यादव की घोर लापरवाही एवं टाईवल बिभाग के अधिकारियों की अनदेखी का मामला नजर में आ रहा है जोकि रामानुज यादव कई वर्षों से अंगद की तरह पांव जमाए आश्रम के अधीक्षक के रूप में बैठा हुआ है जोकि अपने लोकल टी का असर दिखा रहा है
50 सीटर आश्रम में 8 / 10 लड़के दिन में रहते हैं एवं रात में वह भी नहीं और अधीक्षक की लापरवाही के चलते एक लड़के को सर में गंभीर चोट लगी है जिसका नाम राजबहादुर पिता सीताराम बताया जा रहा है उसकी उम्र लगभग 4 साल है एवं आश्रम में कपड़े भी नहीं मिले बच्चों को इस संबंध में हमारे रिपोर्टर के द्वारा जब अधीक्षक से बात की गई तो अधीक्षक की तानाशाही तब नजर में आती है अधीक्षक के द्वारा बताया जा रहा है कि साहब ₹1000 में क्या होता है इतने में बच्चों के भरण पोषण के लिए व्यवसथा ऐसे ही रहेगी सरकार के द्वारा तो ₹1000 कैदियों के भोजन के लिए आता है जिस तरह से जेल में कैदियों को भोजन दिया जाता है तू ₹1000 में मैं उससे भी बेहतरीन भोजन की व्यवस्था कर रहा हूं जिसकी आइडियो एवं वीडियो हमारे रिपोर्टर्स के पास उपलब्ध है जो की अगले अंक में प्रकाशित की जाएगी
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